मशहूर मीडिया हस्ती और बिजनेस वुमन Paris Hilton ने बड़ा खुलासा किया है। उन्होंने बताया कि उन्हें प्रताड़ित किया गया, पीटा गया और गला दबाने की कोशिश भी की गई। दरअसल Paris Hilton की जल्द ही एक डॉक्यूमेंट्री ‘This Is Paris’ आने वाली है। इस डॉक्यूमेंट्री में उन्होंने खुलासा किया है कि Utah के एक बोर्डिंग स्कूल में पढ़ाई के दौरान उन्हें शारीरिक और मानसिक रूप से प्रताड़ित किया गया था।
‘Page Six’ के मुताबिक 39 साल की हो चुकीं Paris Hilton ने कहा है कि ‘मैंने कई बरसों तक सच को दबाए रखा। लेकिन मैं एक मजबूत महिला हो चुकी हूं और मुझे इसपर गर्व है। लोग मेरी जिंदगी के बारे में आसानी से कई बातें कर सकते हैं लेकिन मैं दुनिया को दिखाना चाहती हूं कि मैं सच क्यों हूं?’
यहां आपको बता दें कि साल 2003 में आई एक सीरीज ‘The Simple Life’ से Paris Hilton को काफी ख्याति मिली थी। लेकिन इससे पहले यह मशहूर मॉडल, न्यूयॉर्क के Waldorf Astoria Hotel में अपने माता-पिता रिक और कैथी हिल्टन के अलावा अपनी भाई-बहनों के साथ रहती थीं। इन होटल के दिनों को याद करते हुए पैरिस हिल्टन ने कहा कि ‘वहां क्लब और पार्टी में जाना बेहद आसान था…मेरे माता-पिता काफी स्ट्रिक्ट थे जिसकी वजह से मैं विद्रोह कर देती थी। सजा के तौर पर वो मेरा सेल फोन और क्रेडिट कार्ड ले लिया करता थे।’
बात ना मानने की मेरी आदतों से तंग आकर उन्होंने मुझे कई बोर्डिंग स्कूलों में भेजा। 1990 के दौरान मैं ऊटा के Provo Canyon School में गई और यहां करीब 11 महीने तक रही। मशहूर बिजनेसमैन ने बताया कि ‘मुझे लगा कि यह एक स्कूल की तरह होगा लेकिन ऐसा नहीं था…मैं सुबह जब उठती और रात को बिस्तर पर जाने तक मैं रोती रहती थी…मेरे चेहरे पर हर वक्त उदासी होती थी क्योंकि वहां हमें काफी टॉर्चर किया जाता था।’
उन्होंने आगे खुलासा किया कि ‘वहां लोग हमेशा मुझे चिढ़ाते रहते थे और मुझे नीचा दिखाने की कोशिश होती थी। वो लोग हमें शारीरिक रूप से प्रताड़ित करते, पीटते और यहां तक की गला भी दबाते थे। वो बच्चों में दहशत कायम रखना चाहते थे ताकि हम उनकी आज्ञा की अवहेलना ना करें।’
बताया जा रहा है कि पैरिस हिल्टन की इस डॉक्यूमेंट्री में उनकी तीन क्लासमेट भी नजर आएंगी। इन प्रताड़नाओं को लेकर उनका कहना है कि उन्हें वहां जबरन ध्यान लगाने के लिए कहा जाता था। पैरिस ने बताया कि वहां रहने के दौरान ‘मुझे पैनिक अटैक आते थे और हर दिन मैं रोती थी। मैं एक कैदी की तरह महसूस करती थी औऱ उस जिंदगी से नफऱत करती थी।’
उन्होंने बताया कि ‘स्कूल प्रबंधन के लोग हमारे फोन छिन लिया करते थे…हम अगर माता-पिता को चिट्ठियां लिखते थें तो उसे फाड़ कर फेंक दिया जाता था। मेरे परिजन इस बात की सच्चाई नहीं जान सके।’ अपनी जीवन की कई सच्चाईयों को उजागर करने का दावा करने वाली पैरिस हिल्टन पर बनी यह डॉक्यूमेंट्री 14 सितंबर को उन्हीं के यू-ट्यूब चैनल पर रिलीज की जाएगी।

