मणिपुर के उखरुल में बुधवार को स्वच्छता अभियान के दौरान साफ-सफाई को लेकर दो गुटों में हुए विवाद ने खूनी रंग ले लिया। जमीन की साफ सफाई को लेकर दो गुटों में खूनी संघर्ष हुआ, जिसमें मणिपुर राइफल्स के एक कर्मी सहित तीन लोग मारे गए। पुलिस ने इस बात की जानकारी दी।
इंडिया टुडे में छपी रिपोर्ट के अनुसार लंबे समय से चले आ रहे भूमि विवाद के कारण संघर्ष शुरू हुआ। हुनफुन और हंगपुंग गांवों के निवासियों के बीच झड़प में कई लोग घायल भी हुए। घटना के बाद इलाके में निषेधाज्ञा लागू कर दी गई। साथ ही उखरुल में एक दिन के लिए मोबाइल इंटरनेट सेवाएं सस्पेंड कर दी गईं।
खूनी संघर्ष में मारे गए लोगों की पहचान 6वीं मणिपुर राइफल्स के राइफलमैन वोरिनमी थुम्ब्रा, रीलीवुंग होंग्रे और सिलास ज़िंगखाई के रूप में हुई है।
उखरुल के सब-डिविज्नल मजिस्ट्रेट डी कामेई ने कहा कि दोनों गांवों के बीच काफी तनाव था जिस कारण शांति और सामाजिक सौहार्द्र भंग हो सकती थी। इसी को ध्यान में रखते हुए निर्णय लिया गया है।
अपने ऑर्डर में अधिकारी ने कहा, “इस तरह की गड़बड़ी से शांति व्यवस्था भंग हो सकती है। साथ ही जनजीवन और संपत्तियों को खतरा हो सकता है।” उन्होंने आगे जोड़ा लोगों की घरों से बाहर आवाजाही और अन्य गतिविधियां स्थिति को और बिगाड़ सकती थीं। ऐसे में अगले आदेश तक निषेधाज्ञा लागू करने का फैसला लिया गया।
कामेई ने 10 सेक्टर असम राइफल्स के DIG को भी लिखा है कि कानून और व्यवस्था बनाए रखने में नागरिक प्रशासन को मदद प्रदान करने के लिए उखरूल जिले में सशस्त्र बलों की सेवाओं की तत्काल प्रभाव से मांग की जाए।
गौरतलब है कि मणिपुर लंबे समय से शांति के लिए संघर्ष कर रहा है। राज्य में कुकी और मैतई के बीच छिड़ी जंग के कारण राज्य और केंद्र सरकार दोनों काफी चौकन्नी है। राज्य में शांति व्यवस्था किसी भी तरह भंग ना हो और स्थिति हाथ से बाहर ना जाए इसके लिए प्रशासन लगातार काम कर रही है। कोई भी ऐसी स्थिति जिससे सामाजिक तनाव पैदा होने की संभावना होती है, उसे काफी गंभीरता से लिया जाता है।