एक कत्ल और मरने वाले के 7 टुकड़े। इस वीभत्स हत्याकांड को सुलझाना पुलिस के लिए इतना आसान नहीं था। कोई ऐसा ठोस सुराग नहीं था कि पुलिस कातिल तक पहुंच सके। लेकिन इंसान के शरीर के 7 टुकड़ों की यह मिस्ट्री सिर्फ एक सुराग से ही सुलझ गई। साल 2018 के जून के महीने में दिल्ली के सरिता विहार इलाके में कुछ लोगों की नजर वहां पड़े कचरे के ढेर पर आकर ठिठक गई। दरअसल इस कूड़े में कुछ ऐसी चीजें रखी हुईं थी जो आम तौर पर कचरे के ढेर में होती नहीं है। दरअसल यहां पड़ा था और बड़ा बैग और उसके पास एक कार्टून। इस कार्टून को पूरी अच्छी तरह से पैक कर दिया गया था। लोगों को यह भी अंदेशा हुआ कि कार्टून के अंदर से बदबू भी आ रही है। इसके बाद लोगों ने इलाके की पुलिस को इस बात की जानकारी दी।
सूचना मिलते ही मौके पर पहुंची पुलिस छानबीन में जुट गई। जब इस पैक्ड कार्टून को खोला गया तो पुलिस के भी होश उड़ गए। दरअसल इस कार्टून में थी एक महिला की लाश। गंभीर बात यह भी है कि कार्टून में यह लाश सात टुकड़ों में थी यानी सिर, हाथ, पैर सब अलग-अलग। पुलिस ने तुरंत इस शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। अब पुलिस के सामने सबसे पहली चुनौती थी इस लड़की की पहचान करना। पुलिस ने लड़की के कपड़ों के आधार पर उसकी पहचान करने की कोशिश की लेकिन नतीजा सिफर रहा। इस लड़की को किसने मारा? मरने वाली लड़की कौन है? यह कार्टून यहां कैसे आया? और ऐसे कई अनगिनत अनसुलझे सवाल पुलिस के सामने थे और इन सवालों के जवाब तलाशने में पुलिस को कई दिन लग गए।
इस बीच अचानक एक दिन पुलिस की नजर उस कार्टून पर पड़ी जिसमें इस महिला के सात टुकड़े रखे हुए थे। इस कार्टून पर कुरियर कंपनी का पता दर्ज था। सात टुकड़ों में मिली लाश को सुलझाने के लिए पुलिस को जिस एक सुराग की तलाश थी वो उसे मिल गई थी। यह पता गुरुग्राम स्थित एक कुरियर कंपनी का था और पुलिस बिना वक्त गंवाए वहां पहुंच गई।कंपनी ने कार्टून के इस बक्से की पहचान कर ली और जांचकर्ताओं को बताया कि जावेद अख्तर नाम के उनके एक ग्राहक ने यूएई से पार्सल बुक करवाया था। कुरियर कंपनी से जावेद के बारे में पता लगाकर जब पुलिस उसके पास पहुंची तो उसने पुलिस को बताया कि यूएई से उसने करीब तीन साल पहले यूएई से पार्सल के जरिए कुछ सामान मंगवाए थे। जिसके बाद उनसे कुछ कार्टून अपने दिल्ली स्थित शाहीनबाग घर में रख दिए थे और उस घर में कुछ लड़के किरायेदार के तौर पर रहते हैं। लेकिन जब पुलिस जावेद के दिल्ली स्थित घर पर पहुंची तो वहां ताला लटका था। आसपास के लोगों से पुलिस को यहां घर में रहने वाले साजिद अली के बारे में पता चला, जिसने यह मकान अब खाली कर दिया था।
पुलिस को साजिद पर शक हुआ और आखिरकार उसके हाथ साजिद तक पहुंच गए। थोड़ी ही पूछताछ में साजिद टूट गया और उसने उस वक्त पुलिस को बताया था कि बेरोजगार होने की वजह से उसका अपनी पत्नी से अक्सर झगड़ा होता था। साजिद ने बताया कि उसके किसी और लड़की से संबंध भी थे। इसलिए उसने अपनी पत्नी को रास्ते से हटाने के लिए 20-21 जून की रात उसकी गला दबाकर हत्या कर दी। उसने अपने दो भाइयों के साथ मिलकर पत्नी के सात टुकड़े किए और उसे कार्टून में रखकर कूड़े में फेंक दिया। इस खुलासे को सुनकर पुलिस अवाक रह गई थी। इस मामले में पुलिस ने कानून के मुताबिक आगे की कार्रवाई की थी। (और…CRIME NEWS)

