इंडियाना के रहने वाले इस शख्स ने अपनी गर्लफ्रेंड के साथ जो कुछ भी किया उसे सुनकर आपके होश उड़ जाएंगे। उसपर आरोप है कि उसने अपनी गर्लफ्रेंड का पहले रेप किया उसे मारा और फिर उसे काटकर उसके शरीर के अंगों को खा गया। ‘Louisville Courier Journal’ के मुताबिक 27 साल के जोसेफ ओबेरहैंसले पर आरोप है कि वो 11 सितंबर 2014 को 46 साल की अपनी दोस्त के घर में जबरन घुसा। उसने पहले उनके साथ दुष्कर्म किया फिर उनकी हत्या कर उनके टुकड़े-टुकड़े कर दिए। इतना ही नहीं उसने अपनी गर्लफ्रेंड के दिल और ब्रेन को खाया भी। इस पब्लिकेशन ने उस वक्त अपनी रिपोर्ट में बताया था कि जोसेफ की गर्लफ्रेंड ने 911 नंबर पर फोन कर कहा था कि उसका पूर्व प्रेमी उसके घर और गली के चक्कर लगा रहे हैं और वो वहां से जा नहीं रहा। इसके बाद कुछ पुलिस अधिकारी वहां पहुंचे और उन्होंने जोसेफ को वहां से चले जाने के लिए कहा था।

इसके अगले ही दिन महिला की एक सहयोगी ने पुलिस को फोन कर सूचना दी कि उनकी दोस्त ऑफिस नहीं आई हैं और कृप्या कर वो उनके बारे में पता लगाएं। जब पुलिस महिला के घर पहुंची तो उन्होंने पाया कि घर का पिछला दरवाजा टूटा हुआ था। पुलिस ने महिला का लहूलूहान शव घर के बाथरुम से बरामद किया था। महिला के सिर और गर्दन पर गहरे जख्म के निशान थे। इस मामले में इसके बाद पुलिस ने जोसेफ पर हत्या, लूटपाट और रेप का केस दर्ज किया। जोसेफ को गिरफ्तार किया गया और शुरू में उसे राज्य के एक मनोवैज्ञानिक अस्पताल में भर्ती कराया गया। जानकारी के मुताबिक गिरफ्तारी के बाद जब पहली बार जोसेफ को अदालत में पेश किया गया था तब बार-बार वो अदालत की कार्रवाई में बाधा डाल रहा था।

वो अदालत को बार-बार अपना नाम ‘Zeus Brown’ बता रहा था और जज से कह रहा था कि ‘आपने गलत लड़के को पकड़ा है।’ पीड़ित महिला की एक पारिवारिक दोस्त ने उस वक्त कहा था कि जोसेफ ने अपनी पूर्व प्रेमिका पर 12-14 बार हमला किया था। जोसेफ ने पुलिस को बताया था कि उसने इलेक्ट्रिक के बने उपकरण का इस्तेमाल अपनी प्रेमिका की खोपड़ी को खोलने तथा उसके दिल और फेफड़े को निकालने के लिए किया था। बता दें कि जोसेफ साल 1998 में भी जोसेफ अपनी 17 साल की गर्लफ्रेंड को काट डालने का दोषी पाया गया था। इसके बाद वो 23 जून को पेरोल पर बाहर आ गया था।

साल 2017 में जोसेफ को जांच में मानसिक रुप से बीमार पाया गया। उसके वकील ने सुनवाई के दौरान अदालत में कहा था कि जोसेफ कोर्ट की सुनवाई को समझ पाने में और अदालत में अपना डिफेंस पेश कर पाने के लिए अभी मानसिक तौर से तैयार नहीं हो पाया है। कई दिनों तक मनोचिकित्सकों ने जोसेफ का इलाज किया था। जोसेफ की हालत ऐसी हो गई थी कि वो अदालत में खड़ा होने के लायक भी नहीं था। साल 2018 में चिकित्सकों ने उसका इलाज किया और अदालत को बताया कि अब जोसेफ अदालत में खड़ा हो पाने में सक्षम है। बता दें कि इस मामले की अगली सुनाई अक्टूबर, 2019 में होनी है। (और…CRIME NEWS)