आपने यह सुना होगा कि कत्ल करने वाले किसी हत्यारे ने तेज धार वाले किसी हथियार, बंदूक, किसी भारी सामान या अन्य किसी चीज से किसी की हत्या की हो। लेकिन जूते के फीते से क्या कोई कत्ल संभव है? आज हम जिस कत्ल की दास्तान आपको बता रहे हैं उसमें कातिल पर आरोप है कि उसने जूते के फीते से इस वारदात को अंजाम दिया है।
साल 2018 के जुलाई के महीने में दिल्ली के आनंत पर्वत के बलजीत नगर इलाके में एक युवक सत्यदेव की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई। इलाके के लोग भी इस मौत से सन्न थे क्योंकि बलजीत को कोई बीमारी नहीं थी और वो बिल्कुल स्वस्थ था। बलजीत की मौत को लेकर इलाके में लोग अपनी-अपनी तरह से कयास लगा रहे थे। इधर बलजीत के परिजन उसे अस्पताल लेकर गए। जहां डॉक्टरों ने जांच के बाद पाया कि उसे मृत अवस्था में ही अस्पताल लाया गया है। लेकिन बलजीत की जिन परिस्थितियों में मौत हुई थी उसपर चिकित्सकों को शक हुआ और उन्होंने अस्पताल में ही पुलिस को भी बुला लिया।
अस्पताल पहुंचते ही पुलिस ने बलजीत की मौत को लेकर उसके घरवालों से पूछताछ शुरू कर दी। हालांकि मृतक के परिजन इस मौत को सामान्य बता रहे थे। लेकिन जब पुलिस ने बलजीत की पत्नी से पूछताछ की तो उसने पुलिस को बताया कि बलजीत के रिश्ते उसके बड़े भाई शिशुपाल से अच्छे नहीं थे और अक्सर दोनों के बीच झगड़े होते रहते थे। पुलिस ने इस मामले में तुरंत शिशुपाल को पकड़ा और उससे सख्ती से पूछताछ की। पुलिस की कड़ाई के आगे शिशुपाल टूट गया और उसने इस मौत की सारी सच्चाई बयां कर दी।
शिशुपाल ने पुलिस को बताया कि बलजीत को शराब की लत थी। वो अक्सर नशे में घर आकर उससे लड़ाई करता था। हत्या के दिन भी बलजीत काफी नशे में घर पहुंचा था और उससे झगड़ रहा था। लेकिन इस बीच मौका पाकर शिशुपाल ने अपने जूते का फीता निकाला और उसी से अपने छोटे भाई का गला घोंट दिया। जूते के फीते से की गई इस मर्डर की कहानी को सुनकर एक बात तो पुलिस भी उस वक्त चौंक गई थी। इस मामले में पुलिस ने आगे कानून के मुताबिक कार्रवाई की थी। (और..CRIME NEWS)
