मुंबई पुलिस ने राज्य के स्वामित्व वाली महाराष्ट्र राज्य सड़क परिवहन निगम (एमएसआरटीसी) के एक वरिष्ठ अधिकारी के खिलाफ एक महिला कर्मचारी से प्रमोशन के बदले में सेक्सुअल फेवर की मांग करने के आरोप में एफआईआर दर्ज की है। महिला कर्मचारी मुंबई स्थित लीडिंग कंसल्टिंग और ऑडिट फर्म में काम करती है।

चूंकि, उसकी कंपनी MSRTC के एक प्रोजेक्ट को संभाल रही थी, इसलिए वो MSRTC के दफ्तर में ही काम करती थी। महिला का आरोप है कि इस संबंध में उसने परिवहन निगम के अधिकारियों को भी शिकायत की। जांच के लिए इंटरनल कमेटी का भी गठन हुआ। हालांकि, कई दिन बीत जाने के बाद भी उचित कार्रवाई नहीं होने के कारण उसे पुलिस का रुख करना पड़ा।

इंडियन एक्सप्रेस में छपी रिपोर्ट के अनुसार एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा कि भारतीय दंड संहिता की धारा 354 (e) II के तहत एक एफआईआर एमएसआरटीसी में उप महाप्रबंधक (सूचना और प्रौद्योगिकी) वीरेंद्र कदम के खिलाफ दर्ज की गई है। एमएसआरटीसी के अनुसार, कदम (59) इस साल मार्च में रिटायर हो रहे थे। लेकिन उन्हें सरकार ने 18 महीने का सेवा विस्तार दिया था।

एफआईआर दर्ज होने के बाद नागपाड़ा पुलिस स्टेशन के एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा कि उन्होंने मामले की जांच शुरू कर दी है। महिला कर्मी के सहयोगियों के बयान दर्ज करना शुरू कर दिया है। जबकि एमएसआरटीसी के प्रवक्ता अभिजीत भोसले ने कहा कि “एक इंटर्नल कमेटी मामले की जांच कर रही है और रिपोर्ट जल्द ही सामने आनी चाहिए”।

इसी साल 31 मई को MSRTC को सौंपी गई अपनी शिकायत में, महिला ने आरोप लगाया कि 29 मई को शाम लगभग 4.30 बजे, कदम ने उसे और एक अन्य सहकर्मी को काम से जुड़े मुद्दों पर चर्चा करने के लिए बुलाया, जहां अन्य लोग भी मौजूद थे। चर्चा के बाद, जब सभी चले गए, कदम ने उसे वहीं रुकने के लिए कहा और बाद में चाय के लिए बुलाया।

महिला कर्मी ने अपनी शिकायत में कहा, ” इसी दौरान अचानक कदम मेरे पास आए और अश्लील टिप्पणियां कीं, जिसका मतलब था कि कंपनी में मेरी तरक्की मेरी उनके साथ कंपरमाइज करने की इच्छा पर निर्भर करती है”।

उनकी मानें तो कदम ने यह भी दावा किया कि कई वरिष्ठ लोग “समझौता” और “फेवर” करके ही टॉप पोजीशन पर पहुंचे हैं. एमएसआरटीसी को अपनी शिकायत में महिला ने आरोप लगाया कि उसने बात बदलने की कोशिश की, तब भी अधिकारी ने अश्लील बातें करना जारी रखा और कहा कि “इतनी कम उम्र में, मुझे अपने चरित्र के बारे में चिंतित नहीं होना चाहिए. केवल करियर के विकास पर फोकस करना चाहिए”।

महिला ने कहा कि उसने (कदम) उसे यह भी बताया कि वो “आने वाले शनिवार (01/06/2024) को साहिल होटल में एक कमरा बुक करने के लिए तैयार है”। महिला ने कहा कि उन्होंने दूर जाकर अपनी स्थिति व्यक्त की और कहा कि ये व्यवहार स्वीकार करने लायक नहीं है। लेकिन वो फिर भी नहीं रुका और गलत तरीके से उसकी गर्दन की ओर झुका, जिससे वो शॉक हो गई और कमरे के बाहर चली गई।

शिकायतकर्ता ने आगे कहा , ” कदम ने उसी दिन शाम 6 बजे उसे फिर से फोन किया और कहा कि वह उसके प्रोजेक्ट मैनेजर से उसे प्रमोट करने के लिए कहेगा, जिस पर उसने कहा कि इसकी कोई जरूरत नहीं है। तब भी उसने दोबारा अपने प्रस्ताव के बारे में पूछा जिसपर महिला ने साफ साफ दो बार मन किया। हालांकि, तब भी वो नहीं माना और मुझे दोबारा सोचकर पॉजिटिव रिस्पॉन्स देने को कहा। इसपर उसने कॉल कट कर दी और कहा कि बाद में बात करती हूं।”

महिला ने कहा, “मेरे प्रोफेश्नल लाइफ पर इसका प्रभाव गहरा पड़ा है. मैं खुद को असहज महसूस करती हूं, कदम के साथ किसी भी बातचीत से डरती हूं.” उन्होंने कहा कि उनकी शिकायत एमएसआरटीसी को भेजे जाने के बाद, एक आईसी ने 4 जून को इस मामले पर कार्रवाई शुरु की.

हालांकि, 6 अगस्त को, महिला ने परिवहन विभाग को एक पत्र लिखा, जिसमें उन्होंने आरोप लगाया कि आईसी को तुरंत बदल दिया गया और कदम के करीबी या संबंधित सदस्यों को समिति में शामिल किया गया। उन्होंने आरोप लगाया कि धोखाधड़ी का मामला दर्ज कर आईसी सदस्य पर दबाव बनाने की कोशिश की गई लेकिन स्थानीय नागपाड़ा पुलिस ने कहा कि यह एक सिविल मामला है।

इस आरोप पर प्रतिक्रिया देते हुए, कुसेकर ने कहा, “हमने सीनियर मेंबर को शामिल करने के लिए समिति को बदल दिया क्योंकि पिछले कुछ सदस्यों की वरिष्ठता कदम के समान थी।”

हालांकि, शिकायत की जांच कर रही आईसी से संतुष्ट नहीं होने पर उसने मंगलवार (01.10.24) को नागपाड़ा पुलिस से संपर्क किया जिसके बाद कदम के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई।

महिला ने अपनी शिकायत में आगे कहा कि उसके पास घटना से संबंधित पुख्ता सबूत हैं. जैसे कदम की कॉल रिकॉर्डिंग (घटना के दिन) जिसमें उसे उसे फेवर के बदले प्रोमोशन की पेशकश करते हुए सुना जा सकता है। उसने कहा कि वह इन्हें पहले ही पुलिस के पास जमा करा चुकी है. नागपाड़ा पुलिस के अधिकारी ने इसकी पुष्टि की है. मामले में कथित आरोपी कदम से भी प्रतिक्रिया लेने की कोशिश की गई लेकिन उन्होंने कॉल या मैसेज किसी का जवाब नहीं दिया.