Mahakumbh News: झारखंड के रामगढ़ से एक दिल दुखाने वाली खबर सामने आई हैं, यहां एक बेटे ने कथित तौर पर कुंभ स्नान के लिए अपनी मां को घर के अंदर बंद कर प्रयागराज चला गया। इतना ही नहीं बेटे पर आरोप है कि वह घर में मां को बंद कर बाहर से ताला लगाकर गया था। मां ने दो दिन तक तो बंद घर में खुद को कैद रखा बाद में जब हालत खराब होने लगी तब पड़ोसियों को इस बारे में जानकारी लगी, आस-पास के लोगों ने उनके चिल्लाने की आवाज सुनी तब वे मदद के लिए पहुंचे। बुजुर्ग मां की हालत खराब हो गई थी, उनके शरीर पर चोट थे वे भूख से तड़प रही थीं। यहां कि भूख मिटाने के लिए उन्होंने प्लास्टिक खा लिया था।
भूख से बिलखती मां को पड़ोसियों ने पुलिस की मदद से बाहर निकाला और खाना-पानी दिया। पुलिस इस अमानवीय कृत्य की जांच कर रही है। एक तरफ जहां कुंभ को लेकर लोगों के बीच उत्साह है, लोग अभी भी कुंभ जा रहे हैं, अभी भी वहां भीड़ जुट रही है। इसी बीच यह दिल दुखाने वाली खबर सामने आ रही है। आरोप है कि बेटा बीमार वृद्ध मां को घर में बंद कर अपनी पत्नी-बच्चों और सास-ससुर के साथ कुंभ स्नान करने चला गया।
रोने की आवाज सुन पड़ोसियों को लगी खबर
घर में दो दिनों से बंद महिला खाने के लिए बिलख रही थीं, पड़ोसियों ने उनके रोने की आवाज सुनी और पुलिस को सूचना दी। जिसके बाद पुलिस ने पड़ोसियों के सामने घर का ताला तोड़ कर महिला को बाहर निकाला और भोजना-पानी उपलब्ध कराया।
रिपोर्ट के अनुसार, बेटा रामगढ़ के अरगड़ा का रहने वाला है और सीसीएल कर्मी है। वह 65 साल की मां को घर में बंद कर सास-ससुर, पत्नी और बच्चे सहित कुंभ स्नान करने चले गए। आस-पास के लोगों ने बताया कि संजू देवी ने दो दिनों तक जैसे-तैसे रहीं हालांकि इसके बाद उनकी हालत खराब हो गई। उनकी रोने की आवाज सुनकर पड़ोसी मदद के लिए पहुंचे तो पता चला कि घर के बाहर ताला बंद है और बुजुर्ग महिला अंदर हैं।
बेटी को देखर लिपटकर रोने लगी मां
किसी ने बुजुर्ग महिला की बेटी को खबर दी, वह भागे-भागे मां के पास पहुंची और मां की हालत देख वह रोने लगी। मां भी बेटी से लिपट गई, इसके बाद बेटी ने मां को लेकर अपने घर चली गई। पड़ोसियों ने बताया कि संजू देवी भूख के कारण घर में रखे प्लास्टिक को चबा रही थीं। बुजुर्ग महिला के पैर में चोट थी, वह चल भी नहीं पा रही थीं। बेटी मां को कहुआबेड़ा गांव स्थित अपने ससुराल ले गई और उनके जख्मों पर मरहम लगाया।
पिता की मौत के बाद अनुकंपा पर बेटे को मिली है नौकरी
जानकारी के अनुसार, पिता की मौत के बाद बेटे को अनुकंपा पर सिरका परियोजना में शॉवेल ऑपरेटर के पद पर नौकरी मिली थी। बेटे ने फोन पर बताया कि वह मां को खाना और चूड़ा देकर उनकी सहमति के साथ गया था। उसका कहना था कि बुजर्ग होने के कारण उन्हें साथ नहीं ले गया। उसका कहना है कि उसे आभास नहीं था कि मां को इतनी परेशानी होगी। हालांकि आस-पास के लोगों का कहना है कि अकेले कैसे छोड़कर जा सकता है, कोई पास में ख्याल रखने के लिए होना चाहिए था और भोजन के बिना कोई कैसे ठीक रह सकता है, भोजन बनाने के लिए भी कोई चाहिए और अकेले घर में बंद करके जाने का क्या मतलब है।
वहीं कानून विशेषज्ञों का कहना है कि किसी को कमरे में ले जाकर ताला बंद कर बाहर चले जाना गैर कानूनी है, यह मौलिक अधिकारों का हनन भी है। कमरे में बंद महिला यदि परेशान हो रही है तो यह प्रताड़ना का मामला भी बनता है। यह जान मारने का प्रयास का मामला भी बन सकता है, केस दर्ज की जा सकती है। रामगढ़ के पुलिस अधीक्षक अजय कुमार ने कहा कि यह अमानवीय और शर्मनाक कृत्य है, बेटे को केयर टेकर के मां के साथ छोड़कर जाना चाहिए, शिकायत के आधार पर बेटे के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।