कोरोना वायरस संक्रमण का खतरा अभी टला नहीं है। इस बीच मध्य प्रदेश के इंदौर में मनाही के बावजूद मुहर्रम जुलूस निकाले जाने का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ है। वायरल वीडियो के बारे में बताया जा रहा है कि खजराना इलाके में यह जुलूस बिना अनुमति के रविवार को निकाली गई थी। जिसका वीडियो अब सोशल मीडिया पर वायरल हुआ है।
वीडियो वायरल होने के बाद अब प्रशासन ने इसपर कार्रवाई की है। खजराना क्षेत्र के पूर्व पार्षद उस्मान पटेल पर आऱोप लगा है कि उन्होंने लोगों की भीड़ जमा कर ताजिया जुलूस निकाला है। इसके बाद उस्मान पटेल सहित 16 लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया गया है। यहां के पुलिस उप महानिरीक्षक (डीआईजी) हरिनारायणचारी मिश्र ने मीडिया को जानकारी दी थी कि ताजिया जुलूसों के मामले में भारतीय दण्ड विधान की धारा 188 (किसी सरकारी अफसर का आदेश नहीं मानना), धारा 269 (ऐसा लापरवाही भरा काम करना जिससे किसी जानलेवा बीमारी का संक्रमण फैलने का खतरा हो) और अन्य संबद्ध धाराओं में चार अलग-अलग एफआईआर दर्ज की गई है। इधर कलेक्टर ने डीआईजी से रासुका की कार्रवाई करने के लिए कहा है।
यहां के जिला दंडाधिकारी मनीष सिंह ने मीडिया से बातचीत में कहा कि ‘कुछ दिनों पहले शांति समिति की जो बैठक हुई थी उसमें सभी धर्मों के धर्मगुरु भी आए थे और इसमें खुजराना से भी जनप्रतिनिधि और धर्मगुरु आए थे। इसमें यह तय हुआ था कि ताजिया जुलूस नहीं निकाला जाएगा। ताजिला छोटे होंगे और घर पर रखे जाएंगे सार्वजनिक जगहों पर नहीं और बाद में प्रशासनिक अधिकारियों को भी ताकिद की गई थी कि कोई लापरवाही ना बरतें। इसके बावजूद लापरवाही बरती गई और भीड़ जमा कर जुलूस निकाला गया।’ उन्होंने कहा कि इस संबंध में टीआई को फिलहाल लाइन हाजिर किया गया है और एसडीएम को कारण बताओ नोटिस जारी किया जा रहा है।
इधर इस मामले पर यहां के एसपी विजय खत्री ने कहा कि ‘हमने पहले उनको नोटिस दिया था, बावजूद इसके इन लोगों ने ताजिया जुलूस निकाला, जिससे अव्यवस्था फैली…इसमें हमने मामला दर्ज किया है और रासुका की कार्यवाही की है। पूर्व पार्षद उस्मान समेत 13 लोगों को अब तक गिरफ्तार किया जा चुका है। दोषी प्रशासनिक अधिकारियों पर कार्रवाई की जा रही है।