साल 1975 में एक फिल्म आई थी ‘शोले’। इस फिल्म के कई डायलॉग औऱ कैरेक्टर आज भी लोगों के जेहन में जिंदा हैं। खासकर डाकू गब्बर सिंह के एक से बढ़कर एक डायलॉग्स आज भी लोगों के जुबान पर रहते हैं। लेकिन आज बात हम फिल्म शोले के डाकू गब्बर सिंह की नहीं बल्कि एक रियल लाइफ डाकू की कर रहे हैं जिसने सचमुच में एक शख्स के दोनों हाथ काट उसे जिंदगी भर के लिए अपाहिज बना दिया था।
70 के दशक के आसपास मध्यप्रदेश के सटे चंबल की बीहड़ों में छोटे सिंह नाम के डाकू का आतंक था। इस डाकू ने कई अपराध किये थे। उस वक्त भिंड के तकपुरा गांव के रहने वाले लाखन सिंह के बहनोई से डाकू छोटे सिंह की दुश्मनी चल रही थी। इसी रंजिश का बदला लेने के लिए साल 1979 में जब लाखन सिंह मल्लपुरा से अपने गांव तकपुरा जा रहे थे तब रास्ते में छोटे सिंह और उसके गिरोह ने लाखन सिंह को रास्ते में घेर लिया। डकैत छोटे सिंह ने उस वक्त लाखन की जमकर पिटाई की थी।
बताया जाता है कि इस डाकू ने लाखन सिंह का अपहरण कर लिया। इसके बाद उसने लाखन सिंह के साथ वहीं व्यवहार किया जो फिल्म शोले में गब्बर सिंह ने ठाकुर बलदेव (संजीव कुमार) के साथ किया था। छोटे सिंह ने तलवार से लाखन सिंह के दोनों हाथ और नाक काट दिये। बुरी हालत में उन्हें जख्मी छोड़ छोटे सिंह वहां से फरार भी हो गया था।
बाद में किसी तरह लाखन सिंह ने प्लास्टिक सर्जरी करा अपनी नाक तो बचा ली लेकिन उनके दोनों हाथ नहीं जुड़ सके और वो अपाहिज हो गए। कहा जाता है कि इस घटना के कुछ दिनों बाद छोटे सिंह एक मुठभेड़ में मारा गया था। आपको बता दें कि चंबल की पहाड़ियों में अब तक कई कुख्यात डकैत हुए हैं। इनकी कहानियां अक्सर हमें चौका देती हैं।