दिल्ली पुलिस ने केंद्रीय गृह मंत्रालय के आदेश पर गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई और गोल्डी बराड़ सहित दिल्ली और पंजाब के कई कुख्यात गैंगस्टरों के खिलाफ गैरकानूनी गतिविधि रोकथाम अधिनियम (UAPA) के तहत दो प्राथमिकी दर्ज की हैं। बता दें कि, बिश्नोई और बराड़ दोनों पंजाबी सिंगर मूसेवाला हत्याकांड में आरोपी हैं।
दिल्ली पुलिस के मुताबिक, स्पेशल सेल ने आतंक और अपराध का पर्याय बन चुके दिल्ली-पंजाब के दो बड़े गैंग के कई नामी गैंगस्टरों के खिलाफ यह बड़ी कार्रवाई की है। पहली प्राथमिकी में लॉरेंस विश्नोई गैंग और दविंदर बंबिहा के एक दर्जन गैंगस्टरों के खिलाफ यूएपीए के तहत एफआईआर दर्ज की गई है।
दूसरी प्राथमिकी में UAPA के तहत कुशल चौधरी, लकी पटियाल और नीरज बवाना समेत बंबिहा गिरोह के अन्य गैंगस्टरों पर दर्ज की गई है। नीरज बवाना फिलहाल जेल में बंद है और उसे दिल्ली का दाऊद कहा जाता रहा है। एक अधिकारी के अनुसार, पंजाब के मानसा जिले में पुलिस ने सिद्धू मूसेवाला हत्याकांड में 34 लोगों के खिलाफ चार्जशीट दायर किया है।
पंजाब के मानसा जिले के एसएसपी गौरव तोरा ने कहा कि “मूसेवाला हत्याकांड में जिन्हें आरोपी बनाया गया है, उनमें से 4 लोग विदेश में हैं। इस मामले में अभी 8 लोगों को गिरफ्तार किया जाना बाकी है। इस मामले में कुल 122 गवाह बनाए गए हैं।” अधिकारी ने बताया कि मामले में दायर की गई चार्जशीट में लॉरेंस बिश्नोई, जग्गू भगवानपुरिया, गोल्डी बराड़, सचिन थापन, अनमोल बिश्नोई, लिपिन नेहरा सहित एक दर्जन से अधिक नाम आरोपियों की सूची में शामिल हैं।
लॉरेंस बिश्नोई इस समय मलोट में मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट प्रीति सुखीजा की अदालत के आदेश पर हत्या के प्रयास के एक मामले में दस दिन के पुलिस रिमांड पर है। बिश्नोई, सिद्धू मूसेवाला हत्याकांड का आरोपी है। मोगा के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक गुलनीत सिंह खुराना ने कहा कि बिश्नोई को दिसंबर, 2021 में दर्ज हत्या के प्रयास के एक मामले में पूछताछ के लिए लाया गया था। जिसमें पुलिस ने बिश्नोई के गिरोह के मोनू डागर नाम के एक शार्पशूटर को गिरफ्तार किया था।