हां मैंने ही मरवाया है…गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई इसलिए ही तो जाना जाता है। वह जेल में रहकर भी अपराध की घटनाओं को अंजाम देता है। वह व्हाट्सएप पर हत्या की सुपारी लेता है और फिर सोशल मीडिया पर ऐलान कर लोगों के अंदर खौफ पैदा करता है। राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने हाल ही में लॉरेंस बिश्नोई से पूछताछ की है। जिसमें उसने कई चौकाने वाले खुलासे किए हैं।
पूछताछ के दौरान उसने यह बात कबूली है कि 2021 में उसने अमेरिका से गोल्डी बराड़ के जरिए गोगी गैंग को दो जिगाना पिस्टल दी थी। जिसके बाद यह साफ होता नजर आ रहा है कि इसी जिगाना पिस्टल ने माफिया अतीक-अशरफ की गोली मारकर हत्या की गई थी।
गौरतलब है कि अतीक को मारने वाले तीनों शूटर्स ने यूपी पुलिस के सामने खुलासा किया था कि उन्हें जिगाना पिस्टल गोगी गैंग ने दी थी। बहुत दिनों से इस बात का चर्चा चल रही थी अतीक-अशरफ को मारने वाले आरोपियों को आखिर जिगाना पिस्टल कैसे मिली? अब लॉरेंस बिश्नोई के खुलासे ने इस बात से पर्दा हटा दिया है। इसके अवाला बिश्नोई ने NIA की पूछताछ में कई बातों को कबूल किया है।
अयोध्या के बाहुबली विकास सिंह का उछला नाम
उसका कहना है कि जब उसके गुर्गे किसी वारदात को अंजाम देते हैं तो उसके बाद यूपी के अयोध्या का का एक बाहुबली नेता विकास सिंह उन्हें पनाह देता है। यानि उसके गुर्गे विकास सिंह की पनाह में सुरक्षित रहते हैं। वे घटना को अंजाम देने के बाद विकास सिंह की शरण लेते हैं। वहां उन्हें किसी प्रकार की परेशानी नहीं होती है। विकास भाई उसके गुर्गों की देख-रेख करते हैं।
सिद्धू मूसेवाला को मरवाने के लिए भेजे तीन शूटर्स
अपने खुलासे में लॉरेंस ने कहा कि उसने सिद्धू मूसेवाला को मरवाने के लिए अक्टूबर 2021 में तीन शूटर्स शाहरुख, डैनी और अमन को उनके गांव भेजा। तीनों को गांव में रहने के लिए मदद मोना सरपंच और जग्गू भगवानपुरिया ने की थी। हालांकि बाद में तीनों शूटर्स ने कहा कि मूसेवाला को मारने के लिए उन्होंने कई और शूटर्स को शामिल किया था। लॉरेंस का कहना है कि इस दौरान वह कनाडा में गोल्डी बराड़ के सम्पर्क में रहा। उसने सिद्धू मुसेवाला की हत्या के दौरान 50 लाख रुपये कनाडा में गोल्डी बराड़ को भिजवाए थे।