किरायेदार की अपनी परेशानी है तो मकानमालिक को भी चैन कहां है। वैसे किराये पर घर खोजना आसान नहीं है। किरायेदार को कई नियम शर्तों का पालन करना पड़ता है। किरायेदार ब्रोकरेज, सिक्योरिटी और एडवांस के साथ हर महीने किराया देने के बाद भी आराम से नहीं रह पाता। हर वक्त उसे मकानमालिक की वो बातें याद आती हैं जो उसने घर देते समय उससे कहा था। “घर में कोई भी नुकसान हुआ तो आपकी सिक्योरिटी में से काट ली जाएगी।” हालांकि मकानमालिक भी अपना घर किराये पर देने के बाद चैन से नहीं रहता। उसे भी चिंता सताती रहती है कि घर में उसका कोई कुछ नुकसान ना हो। तो अगर आप किरायेदार हैं तो यह खबर आपके काम की हो सकती है।

दरअसल, सिडनी का एक मामला सामने आया है। जहां मकानमालिक ने घर में लकड़ी के फर्श पर एक छोटी सी खरोच के लिए किरायेदार पर 52,743 रुपये (1000 डॉलर) का जुर्माना लगाया है। मकान मालिक ने दावा किया कि इस खरोंच के कारण उसे सभी फ्लोरबोर्ड बदलने की जरूरत पड़ेगी।

किरायेदार ने Reddit पर ‘बेबीबटरकप’ के नाम से लिखा है “मेरे मकान मालिक ने लकड़ी के फर्श पर एक छोटी सी खरोच के लिए एक हजार डॉलर का जुर्माना लगाया है। यह क्या मजाक है। उसका कहना है कि इस खरोच के कारण उसे पूरे फर्श को फिर से बनवाना होगा। मेरी एक गलती से फर्श पर एक छोटी सी खरोच लग गई। मैं बता रहा हूं कि खरोच बहुत बारीक है। वह ठीक से दिख भी नहीं रही है। क्या इसका कोई मतलब है?”

इस पर यूजर ने अलग-अलग रिएक्शन दिए। एक ने कहा कि अगर लापरवाही की वजह से यह हुआ है तो पैसे देने पड़ेंगे। वहीं दूसरे ने कहा है कि कोई बड़ी खरोच नहीं है। इसके लिए 1000 डॉलर काफी अधिक हैं। वहीं अन्य ने कहा है कि ऐस लगता है कि आपका मकान मालिक नया फर्श बनवाने के लिए आपसे पैसे ऐंठना चाहता है।

500 डॉलर पर हुआ समझौता

इसके बाद यूजर ने अगली पोस्ट में कहा है कि वह मकानमालिक को इतने पैसे नहीं देगा। वह मदद के लिए अपने दोस्त के साथ एनएसडब्ल्यू सिविल एंड एडमिनिस्ट्रेटिव ट्रिब्यूनल (एनसीएटी) में जाएगा। इस मामले में अब जानकारी सामने आई है कि वे मकानमालिक को 500 डॉलर देंगे और नसीएटी केस वापस ले लेंगे। तो अगर आप किराये के घऱ पर रहते हैं तो ध्यान रखें तारि हर्जाना ना देना पड़े।