उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी कांड में दो नाबालिग बहनों के कथित तौर पर दुष्कर्म और हत्या के मामले में नया मोड़ आ गया है। इस मामले में एसपी ने दावा किया है कि दोनों बहनें सुहैल और जुनैद नाम के आरोपियों को जानती थी, इनकी दोस्ती थी। वहीं, परिजनों ने पुलिस के इस दावे पर सवाल खड़ा करते हुए कहा कि वह सबूत पेश करें। बता दें कि, निघासन इलाके में बुधवार शाम दलित परिवार की 17 और 15 साल की दो नाबालिग बहनों की लाशें पेड़ से लटकी मिलीं थी। मृत बहनों के परिजनों ने कहा कि दोनों की लाशें मिलने के तीन घंटे पहले घर के बाहर से उनको जबरन ले जाया गया था।
लखीमपुर कांड में पकड़े गए 6 आरोपी
लखीमपुर कांड में एसपी संजीव सुमन ने 15 सितंबर, गुरुवार को प्रेस कांफ्रेंस में कहा, “मामले में कुल 6 आरोपी गिरफ्तार किये गये हैं। आरोपियों की पहचान छोटू, जुनैद, सुहैल, हफीजुल, करीमुद्दीन और आरिफ के रूप में हुई है। आरोपी जुनैद को भागते हुए एक मुठभेड़ में पकड़ा गया है, जहां उसके पैर में गोली लगी है। उनसे पूछताछ जारी है।
मृत बहनों की थी दो आरोपियों से दोस्ती-पुलिस का दावा
अब इस मामले में एसपी संजीव सुमन ने दावा किया है कि दोनों मृत बहनों की दो आरोपियों से दोस्ती थी। जब आरोपियों ने लड़कियों की इच्छा के विरुद्ध संबंध बनाए तो लड़कियों ने जुनैद और सोहेल नाम के आरोपियों पर शादी का दबाव डाला। इस दौरान जब लड़कियां नहीं मानी तो जुनैद, सोहेल और हफीजुल ने इनकी गला घोटकर हत्या कर दी। इसके बाद ही आरोपियों ने आरिफ, करीमुद्दीन की मदद से पूरी घटना के सबूत मिटाने के लिए लड़कियों के शव को पेड़ से टांग दिया। हालांकि, इस पूरी थ्योरी के बीच मृत बहनों के भाई ने कहा है कि यदि ऐसा कुछ है तो पुलिस सबूत दिखाए।
मुख्य आरोपी ने कराई थी दोस्ती
पुलिस के मुताबिक, इस मामले में छोटू मुख्य आरोपी है क्योंकि उसी ने लड़कियों की जुनैद और सोहेल से दोस्ती कराई थी। छोटू की भूमिका मुख्य इसलिए है क्योंकि वह मृत बहनों के घर के नजदीक रहता था। पुलिस ने कहा कि छोटू भले ही वारदात के दौरान मौके पर मौजूद न रहा हो लेकिन उसके संज्ञान में यह पूरी घटना थी।
परिजनों ने पुलिस से मांगे सबूत
इस मामले में पुलिस के दावों पर सवाल उठाते हुए पीड़िताओं के भाई ने कहा है कि “पुलिस को हमें और सबूत देने चाहिए। एक गांव में परिवारों को पता चल जाता है कि कौन किसका दोस्त है।” इसके अलावा, जहां मृत बहनों के परिजनों का आरोप है कि उनकी लड़कियों का अपहरण किया गया है, वहीं पुलिस का कहना है कि लड़कियों जबरन या अपहरण करके नहीं ले जाया गया था। लड़कियों को जानने वाले आरोपी ही दोनों बहनों को बहला-फुसलाकर अपने साथ ले गए थे।
पुलिस ने कहा- मामले में पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार
पुलिस ने कहा है कि लखीमपुर के मामले में “पोस्टमार्टम रिपोर्ट से तस्वीर साफ हो जाएगी।” उसका इंतजार किया जा रहा है। मामले में मां की शिकायत के बाद धारा 302, 306 और POCSO के तहत केस दर्ज किया गया है। पुलिस ने कहा है कि, घटना में रिपोर्ट आने के बाद यदि कुछ अन्य तथ्य सामने आएंगे तो और कार्रवाई की जाएगी।