आज बात केरल की उस महिला सीरियल किलर की जिसने 14 सालों के भीतर अपने ही 6 परिजनों को मौत के घाट उतार दिया था। इन हत्याओं के पीछे कई सालों तक पुलिस जांच में जुटी रही लेकिन कातिल घर में ही मिल गया। जॉली अम्मा जोसेफ नाम की महिला ने अपने पति सहित परिवार के 6 सदस्यों को मारने के लिए सायनाइड का इस्तेमाल किया था।
केरल के कोझिकोड जिले के एक गांव में पोन्नमत्तम परिवार के 6 सदस्य अलग-अलग सालों में असमय संदिग्ध हालातों में मृत पाए गए। जॉली की पोल तब खुली जब उसके पति रॉय थॉमस के अमेरिका में रहने वाले भाई ने पुलिस जांच की बात उठाई। पुलिस ने छानबीन शुरू की तो शक के घेरे में जॉली अम्मा आई।
इससे पहले भी परिजनों ने भी जॉली अम्मा के ऊपर संदेह जताया था, क्योंकि हर बार मौत के समय वह घर में मौजूद रही थी। पूछताछ की गई तो जॉली अम्मा जोसेफ ने साल 2019 में यह स्वीकार कर लिया कि उसने ही परिवार के सभी 6 सदस्यों को 2002 और 2016 के बीच सायनाइड दिया था। इन मृतकों में उसका पति भी शामिल था। जॉली ने बताया कि वह परिवार की पूरी संपत्ति हथियाना चाहती थी और उसने कुछ जाली दस्तावेज भी तैयार कर लिए थे।
खुलासे में सामने आया कि साल 2002 में जॉली का पहला शिकार उसकी सास अनाम्मा थॉमस थी। फिर 2008 में जोली ने अपने ससुर टॉम थॉमस और तीन साल बाद 2011 में अपने पति रॉय थॉमस को सायनाइड देकर मार डाला था। वहीं साल 2014 में अनाम्मा के दो भाई भी मृत पाए गए थे। सीरियल किलर जॉली इतनी क्रूर हो चुकी थी उसने एक रिश्तेदार के दो साल के बच्चे को भी नहीं बख्शा और 2014 में ही उसे भी मार डाला फिर बच्चे की मां को भी 2016 में मौत के घाट उतार दिया था।
जॉली के पड़ोसियों के मुताबिक वह इतनी हत्याओं के बाद भी बहुत शांत और सीधी दिखती थी, लेकिन जब पुलिस जांच में उसने अपराध कबूल किया था तो सभी चौंक गए। बेहद पेचीदा हो चुके इस मामले को केरल पुलिस की एसआईटी टीम देख रही थी, जिसने दावा किया था कि यदि जॉली को समय रहते गिरफ्तार न किया जाता तो वह और हत्याओं को अंजाम दे सकती थी।
जॉली जोसेफ के खुलासे के बारे में जानकारी देते हुए तत्कालीन पुलिस अधीक्षक के.जी. साइमन ने कहा कि सभी को पता था कि वह एनआईटी में शिक्षक है, लेकिन असलियत यह थी कि वह एक ब्यूटी पार्लर चलाती थी। इसके अलावा उसने संपत्ति हासिल करने के लिए एक फर्जी वसीयत भी बनवा रखी थी।
तत्कालीन पुलिस अधीक्षक के मुताबिक, जॉली संपत्ति के साथ पूरे परिवार पर नियंत्रण चाहती थी, जिसके लिए उसने इन हत्याओं को अंजाम दिया था।इस घटना में खुलासे के दौरान जॉली के दो दोस्तों के अलावा तीन अन्य लोगों भी गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया था। यह लोग जॉली को सायनाइड उपलब्ध कराने में मदद करते थे।