Vinay Srivastava Murder Case: केंद्रीय मंत्री कौशल किशोर के आवास पर भाजपा कार्यकर्ता विनय श्रीवास्तव के मर्डर केस में सीसीटीवी फुटेज और फोन पर हुई बातचीत के बारे में छोटे भाई के बयान से नए खुलासे सामने आए हैं। ठाकुरगंज के फरीदीपुर इलाके में स्थित केंद्रीय मंत्री के आवास पर 31 अगस्त की देर रात या अगली सुबह 4 बजकर 7 मिनट तक विनय श्रीवास्तव जिंदा था। सीसीटीवी फुटेज में इसकी पुष्टि हुई है। वहीं विनय के छोटे भाई ने फोन पर बातचीत के बारे में बताया कि वहां तनावपूर्ण शोर हो रहा था।

मंत्री कौशल किशोर के आवास के सीसीटीवी फुटेज से हत्याकांड की जांच में नया मोड़

मंत्री कौशल किशोर के आवास के सीसीटीवी फुटेज के मुताबिक विनय श्रीवास्तव की गोली मारकर हत्या की वारदात को तड़के 4:07 बजे के बाद अंजाम दिया गया था। फुटेज में दिखता है कि मौका-ए-वारदात पर विकास और विनय का दोस्त अरुण प्रताप सिंह उर्फ बंटी भी मौजूद था और विनय की हत्या के बाद उसके कई साथी इधर-उधर आवाजाही कर रहे हैं। इससे पहले पुलिस ने मामले के खुलासे का दावा करते हुए उसके तीन दोस्तों अजय रावत, अंकित वर्मा और शमीम को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था।

पुलिस ने जल्दबाजी में हत्या का फर्जी खुलासा कर दिया, मृतक के परिवार का आरोप

हालांकि, विनय श्रीवास्तव के परिवार वालों का आरोप है कि यूपी पुलिस ने जल्दबाजी में हत्याकांड का फर्जी खुलासा कर दिया है। मृतक विनय के परिजनों का कहना है कि केंद्रीय मंत्री कौशल किशोर का बेटा विकास किशोर भी हत्या की साजिश में शामिल है। रविवार को ठाकुरगंज थाने में मामले की जांच से जुड़े अधिकारियों ने विनय के परिवार वालों को घटना से जुड़े सीसीटीवी फुटेज दिखाए। फुटेज देखने के बाद उन लोगों ने बताया कि बृहस्पतिवार रात को मंत्री के आवास पर विनय अपने दोस्तों के साथ मौजूद था।

विनय के भाई विकास श्रीवास्तव ने कहा- हत्या से पहले विवाद और झड़प का अंदेशा

शुक्रवार तड़के 4:06 बजे उसका दोस्त अरुण प्रताप सिंह उर्फ बंटी मंत्री के मकान से बाहर निकलता है। एक मिनट बाद विनय उसके पीछे बाहर निकलता है और चंद सेकंड बाद ही विनय अचानक वापस घर के अंदर जाता है। अंदर लौटते ही उसको गोली मार दी जाती है। इस पूरे घटनाक्रम को लेकर परिजनों ने वहां आपसी विवाद, कहासुनी और लड़ाई होने का अंदेशा जताया है। विनय श्रीवास्तव के भाई विकास श्रीवास्तव ने बताया कि शुक्रवार तड़के 4.08 बजे से 4:10 बजे के बीच की फुटेज में साफ है कि अंकित वर्मा, अजय रावत, शमीम, सौरभ रावत, अरुण प्रताप सिंह उर्फ बंटी मौका-ए-वारदात पर ही थे। विकास ने फोन पर बातचीत के दौरान भी शोर सुनने की बात दोहराई।

Lucknow Court Firing Case में Gangwar के चलते हुई हत्या, Vijay के पिता का बयान | Video

पुलिस के खुलासे पर विनय श्रीवास्तव के परिवार को शक, सीसीटीवी फुटेज से खुला राज

मृतक विनय श्रीवास्तव के परिवार वाले ने पुलिस जांच में सुस्ती की शिकायत की है। उन्होंने कहा है कि हत्याकांड का सच सामने नहीं आया है। मृतक के दो दोस्त सौरभ रावत और अरुण प्रताप सिंह उर्फ बंटी के बारे में पुलिस ने बताया था कि वे वारदात से पहले चले गए थे। लेकिन, सीसीटीवी फुटेज देखने के बाद विनय के परिवार वालों का कहना है कि वारदात के वक्त बंटी घर के बाहर दिख रहा है। ऐसे में उसकी भूमिका और पुलिस की जांच संदेहास्पद हो गई है। परिवार के आरोपों पुलिस ने कहा कि वारदात के फौरन बाद तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया था। इस मामले में एडीसीपी पश्चिम चिरंजीव नाथ सिन्हा ने बताया कि बंटी और सौरभ दोनों से दोबारा पूछताछ की जा जाएगी।