यूपी के एक स्कूल में हाल ही में पहाड़ा नहीं सुना पाने पर कक्षा दो में पढ़ने वाले सात साल के मुस्लिम बच्चे को उसकी शिक्षिका ने कड़ी सजा दी थी। घटना मुजफ्फरनगर जिले की है। शिक्षिका ने उसके सहपाठियों से कहा कि उसे थप्पड़ मारें। पीड़ित बच्चा मुस्लिम समुदाय का था और मारने वाले बच्चे हिंदू समुदाय के थे। इसका वीडियो वायरल होने पर हंगामा खड़ा हो गया। इस पर स्कूल की शिक्षका पर केस दर्ज करा दिया गया था।
कर्नाटक के शिवमोग्गा जिले की घटना
इस घटना के हफ्ते भर बाद ही कर्नाटक के शिवमोग्गा जिले में भी ऐसी ही एक घटना सामने आई है। यहां पर सरकारी स्कूल में कक्षा पांच में पढ़ने वाले दो बच्चे आपस में लड़ाई कर रहे थे। उनकी शिक्षिका ने दोनों को फटकार लगाते हुए कथित तौर पर उनको पाकिस्तान जाने के लिए कह दिया। उनसे कहा गया कि यह उनका देश नहीं है। दरअसल यहां दोनों बच्चे मुस्लिम समुदाय के थे।
जनता दल सेक्युलर के नेता ने दर्ज कराई शिकायत
बच्चों ने इसकी सूचना अपने घर पर दी तो परिजनों में गुस्सा आ गया। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक जनता दल सेक्युलर की अल्पसंख्यक शाखा के स्थानीय नेता ए नजरुल्लाह ने इसकी शिकायत शिक्षा विभाग में दर्ज करा दी। उन्होंने कहा कि सरकारी स्कूल की शिक्षिका मंजुला देवी ने गुरुवार को 5वीं कक्षा को पढ़ा रही थीं, तभी दो छात्र आपस में झगड़ने लगे। शिक्षक ने दोनों मुस्लिम समुदाय के लड़कों को डांटा और कथित तौर पर उनसे कहा कि “यह आपका देश नहीं है।”
उन्होंने कहा, “जब बच्चों ने हमें घटना के बारे में बताया तो हम स्तब्ध रह गए। हमने सार्वजनिक निर्देश उप निदेशक (DDPI) के पास शिकायत दर्ज कराई और विभाग ने शिक्षक के खिलाफ कार्रवाई की।” मामले की जांच स्थानीय खंड शिक्षा अधिकारी (Block Education Officer) बी. नागराज (B. Nagaraj) को सौंपी गई थी। अपनी जांच में उन्होंने साफ किया कि कक्षा के अन्य छात्रों ने शिकायत की पुष्टि की है।
उन्होंने कहा, “शिक्षिका ने कथित तौर पर छात्रों से कहा: ‘यह आपका देश नहीं है; यह हिंदुओं का देश है। आपको पाकिस्तान चले जाना चाहिए। आप हमेशा के लिए हमारे गुलाम हैं।” बी. नागराज ने कहा कि उन्होंने घटना की रिपोर्ट सौंप दी है और भविष्य में कोई भी कार्रवाई वरिष्ठ अधिकारियों के आदेश के अनुसार की जाएगी।
