उत्तर प्रदेश के कानपुर जिले में दिवाली की रात 2 बड़े भाइयों ने लाइसेंसी बंदूक से गोली मारकर छोटे भाई की हत्या कर दी। इस दौरान पटाखों के शोर में फायरिंग की आवाज और युवक की चीख दोनों दब गईं। इसके बाद दोनों भाइयों ने अपने एक साथी की मदद से लाश कार में रखी और उसे उन्नाव जिले में ठिकाने लगा दिया। पुलिस ने उन्नाव के अचलगंज से डेडबॉडी बरामद कर ली। साथ ही, दोनों भाइयों को गिरफ्तार करके पूछताछ शुरू कर दी है।

प्रॉपर्टी को लेकर होता था विवाद: कानपुर के रायपुरवा थाना क्षेत्र स्थित डिप्टी पड़ाव में रहने वाले कथित पत्रकार विजय गुप्ता की इलेक्ट्रॉनिक्स शॉप है। वह 3 भाइयों में सबसे छोटा था। तीनों भाई रतन, मनोज और विजय एक ही मकान में रहते थे। हालांकि, प्रॉपर्टी को लेकर विजय का अपने भाइयों से आएदिन विवाद होता था।

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दिवाली की रात बढ़ गया झगड़ा: बताया जा रहा है कि दिवाली की रात विजय और मनोज के बीच झगड़ा शुरू हो गया। विवाद इतना बढ़ा कि हाथापाई हो गई। झगडे़ की सूचना पर पहुंची पुलिस ने परिवारिक विवाद बताकर दोनों पक्षों के बीच समझौता करा दिया। उस दौरान विजय ने रायपुरवा इंस्पेक्टर से कहा कि मैंने समझौता तो कर लिया है, लेकिन मेरी जान को खतरा है। वहीं, मनोज ने भी पुलिस के सामने विजय को जान से मारने की धमकी दी थी।

देर रात बनाई गई हत्या की योजना: थाने में समझौता होने के बाद मनोज घर लौटा तो उसने बड़े भाई रतन की मदद से विजय को जान से मारने की योजना बनाई। देर रात जब विजय घर लौटा तो मनोज और रतन ने उसे दबोच लिया और कमरे के अंदर ले गए। मनोज ने अपनी लाइसेंसी बंदूक से विजय को गोली मार दी, जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई। मनोज ने रतन और अपने एक साथी मोइनुद्दीन की मदद से शव को कार में रखकर उन्नाव के अचलगंज में पानी से भरे गड्डे में फेंक दिया।

लाश ठिकाने लगा मिटाए सबूत: शव को ठिकाने लगाकर लौटने के बाद दोनों भाइयों ने कमरे फैले खून को साफ किया। इसके बाद कार में लगे खून के धब्बों की सफाई की गई। दोनों भाई घर में इस तरह रहने लगे, जैसे कोई घटना हुई ही नहीं है।

पत्नी ने दर्ज कराई गुमशुदगी की रिपोर्ट: विजय के लापता होने के बाद उसकी पत्नी रोली ने गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई। साथ ही, इसका आरोप अपने जेठ पर लगाया। शिकायत मिलने के बाद पुलिस मनोज और रतन को थाने लाई तो उन्होंने जुर्म कबूल कर लिया। मंगलवार देर रात पुलिस ने विजय का शव उन्नाव से बरामद कर लिया। एसपी पूर्व राजकुमार अग्रवाल के मुताबिक, विजय की हत्या उसके भाइयों ने लाइसेंसी बंदूक से की थी। रोली की तहरीर पर उनसे पूछताछ की गई तो घटना का खुलासा हो गया। मनोज और रतन पुलिस हिरासत में हैं। वहीं, मोइनुद्दीन की तलाश की जा रही है।