पंजाब के पटियाला में धरमिंदर सिंह नाम के एक और कबड्डी खिलाड़ी की झड़प के बाद गोली मारकर हत्या कर दी गई। घटना को पटियाला में पंजाबी यूनिवर्सिटी के पास अंजाम दिया गया है। पुलिस सूत्रों के अनुसार, मंगलवार शाम को विश्वविद्यालय में दौन कलां और थेरी गांवों के प्रतिद्वंद्वी गुटों में झड़प हो गई थी। जिसके बाद मामला शांत करने के लिए एक बैठक में बातचीत हो रही थी, जहां धरमिंदर सिंह भी मौजूद थे।
पटियाला में एक और कबड्डी खिलाड़ी की हत्या से हड़कंप मच गया और घटना का वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल है। बता दें कि बीते 14 मार्च को भी एक अंतरराष्ट्रीय कबड्डी खिलाड़ी संदीप सिंह नांगल अंबिया की जालंधर में चार हमलावरों द्वारा गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। संदीप की हत्या मामले में पुलिस ने चार लोगों को गिरफ्तार किया और मामले में कनाडा के एक एनआरआई का नाम भी सामने आया है।
कबड्डी खिलाड़ी की हत्या के बाद नवजोत सिंह सिद्धू ने ट्वीट करते हुए लिखा कि पंजाब में कानून-व्यवस्था पूरी तरह चरमरा गई है। लेकिन पंजाब के सीएम हिमाचल की ठंडी हवाओं में वोट मांगने में व्यस्त हैं और यहां रोजाना 3-4 मौतें हो रही हैं। पटियाला में आज 2 और हत्याएं हुईं। प्रदेश की जनता डरी हुई है, ऐसे में अपने कर्तव्य का निर्वहन करने का सबसे अच्छा तरीका यह है कि आप पद ही छोड़ दें।
दरअसल, धरमिंदर सिंह दौन कलां गांव के कबड्डी क्लब के अध्यक्ष होने के साथ राजनीतिक रूप से भी सक्रिय थे। इसी साल हुए पंजाब विधानसभा चुनावों में 20 फरवरी को शिरोमणि अकाली दल का दामन छोड़ दिया था। फिर आम आदमी पार्टी के लिए प्रचार किया था। धरमिंदर ने इन चुनावों में एक अन्य कबड्डी खिलाड़ी गुरलाल का घनौर से प्रचार किया था। वारदात के समय धरमिंदर दो गुटों की झड़प के बाद एक बैठक में शामिल हुए थे, जहां उन्हें गोली मारी गई थी।
पटियाला के एसएसपी नानक सिंह ने कहा कि हमने इस पूरे मामले में जांच शुरू कर दी है। अब तक हत्या के पीछे चार लोगों की पहचान हो चुकी है। साथ ही बाकी आरोपियों को गिरफ्तार करने के लिए पुलिस की टीमें भेजी गई हैं। हालांकि, एसएसपी ने अभी तक इस मामले में गैंगस्टरों की संलिप्तता से इनकार किया है। उन्होंने कहा, धरमिंदर को गोली कथित तौर पर निजी दुश्मनी के चलते मारी गई, लेकिन इस मामले में सभी प्रत्यक्षदर्शियों से पूछताछ की जा रही है।
ज्ञात हो कि मुख्यमंत्री भगवंत मान ने मंगलवार को पंजाब के पुलिस प्रमुख वीके भवरा से एडीजीपी रैंक के एक अधिकारी की अध्यक्षता में एक एंटी गैंगस्टर टास्क फोर्स (एजीटीएफ) गठित करने को कहा था। पुलिस विभाग की उच्च स्तरीय बैठक की अध्यक्षता करते हुए मान ने संगठित अपराध को प्राथमिकता के आधार पर खत्म करने की जरूरत पर जोर दिया था।