Jammu Kashmir, Hizbul Commander Riyaz Naikoo killed In An Encounter: साउथ कश्मीर के पुलवामा जिले में सुरक्षा बलों को बड़ी कामयाबी मिली है। बुधवार को आतंक नाशक ऑपरेशन के दौरान हिजबुल मुजाहिद्दीन का शीर्ष कमांडर रियाज़ नायकू मुठभेड़ में ढेर हो गया। कई मीडिया रिपोर्ट्स में बताया जा रहा है कि यह मुठभेड़ अवंतीपुरा  इलाके में हुई है। इस खूंखार आतंकी को जम्मू कश्मीर पुलिस, इंडियन आर्मी और सीआरपीएफ ने एक संयुक्त ऑपरेशन में मार गिराया है।

यह भी पता चला है कि हिजबुल मुजाहिदीन कमांडर रियाज नाइकू का पैतृक गांव बेगीपोरा में है और सुरक्षा बलों ने उसकी तलाश में इसी गांव के आसपास ऑपरेशन चलाया था। इससे पहले यह खबर आई थी कि बेगीपोरा इलाके में सुरक्षा बलों ने रियाज नायकू को घेर लिया था।

रिपोर्ट्स के मुताबिक पुलवामा के ही शहार इलाके के पम्पोर में सुरक्षा बलों ने आतंकियों के खिलाफ एक और ऑपरेशन चलाया है और यह ऑपरेशन भी अभी जारी है। मंगलवार की देर रात से सुरक्षा बलों ने आतंकियों के खिलाफ यहां ऑपरेशन चला रखा है। यह भी जानकारी सामने आई है कि अवंतीपुरा के शरशाली में एक अन्य आतंकी को भी सुरक्षाबलों ने मार गिराया है। 

आतंकियों के खिलाफ चल रहे इस ऑपरेशन को देखते हुए साउथ कश्मीर के के कुछ इलाकों में इंटरनेट सेवा बंद कर दी गई है। यहां सुरक्षा बलों को जानकारी मिली थी कि रियाज नायकू अपने घर आया हुआ है जिसके बाद सुरक्षा बलों ने उसके खिलाफ ऑपरेशन चलाया था।

कौन है रियाज नायकू? 8 जुलाई 2016 को सुरक्षा बलों के साथ मुठभेड़ में बुरहाव वानी के मारे जाने के बाद रियाज नायकू हिजबुल मुजाहिद्दीन का कमांडर बना। नायकू के सिर पर 12 लाख रुपए का इनाम घोषित किया गया था। आतंकी संगठन ज्वायन करने से पहले नायकू यहां के एक निजी स्कूल में गणित का शिक्षक था। 33 साल की उम्र में आतंकी संगठन में भर्ती होने से पहले नायकू पेंटिंग का शौक भी रखा करता था। रियाज़ नायकू को गुलाब की तस्वीरें पेंट करने का शौक था।

साल 2017 में जब जाकिर मूसा हिजबुल से अलग हो गया तब उसने Ansar Ghazwatul Hind नामक संगठन बना लिया। मूसा का कहना है कि उसका संगठन अल-कायदा के साथ मिलकर काम कर रहा है। मूसा के अलग होने के बाद Riyaz Naikoo ने ही हिजबुल को टूटने से बचाया था। सुरक्षा बलों का मानना है कि घाटी में हाल में हुए कुछ वारदातों में रियाज की भूमिका रही है।