ईरान में नवंबर 2020 में एक हत्या हुई जिसे सैकड़ों किलोमीटर दूर से अंजाम दिया गया था। यह हत्या ईरान के मुख्य परमाणु वैज्ञानिक मोहसिन फखरीजादेह की थी, जिन्हें फादर ऑफ बम कहा जाता था। फखरीजादेह की हत्या ने ईरान ही नहीं बल्कि समूचे विश्व को हैरान कर दिया था। ईरान ने इसका आरोप इजराइली खुफिया एजेंसी मोसाद के सिर पर मढ़ा था।

फादर ऑफ बन बम कहे जाने वाले मोहसिन फखरीजादेह की हत्या के बारे में कई तरह की कहानियां सामने आई थी। हालांकि, न्यूयॉर्क टाइम्स में कहा गया कि मोहसिन फखरीजादेह की हत्या करने के लिए रिमोट कंट्रोल्ड गन का इस्तेमाल किया गया था। साथ ही इस रिमोट को मोसाद द्वारा कंट्रोल किया जा रहा था।

रिपोर्ट्स में पश्चिमी देशों की खुफिया एजेंसियों के हवाले से कहा गया कि, फखरीजादेह गुप्त रूप से चलाए जा रहे ईरान के परमाणु हथियार कार्यक्रम का नेतृत्व कर रहे थे। इसी के चलते इजराइल बीते कई सालों से फखरीजादेह पर निगरानी कर रहा था। न्यूयॉर्क टाइम्स ने रिपोर्ट में बताया था कि फखरीजादेह की हत्या के लिए जिस हथियार का इस्तेमाल किया गया, वह एक रोबोटिक मशीनगन थी।

आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस से लैस यह गन बेलिजियम में बनाई गई थी और इसका नाम एफएन मैग (FN MAG) था। इस रिपोर्ट में बताया गया कि यह एक वजनी हथियार था, जिसे टुकड़ों में ईरान लाया गया था। फिर फखरीजादेह की हत्या के लिए इसे रिअसेम्बल किया गया। जब इस ऑपरेशन में सारी तैयारियां पूरी कर ली गई तो मोसाद की टीम ने ईरान के बाहर से इसे अंजाम दिया।

इस पूरी योजना में मोसाद का यह हथियार एक लावारिस गाड़ी में फिट किया गया। फिर इस गाड़ी को खुफिया एजेंट्स ने मेन रोड पर लाकर खड़ा कर दिया, जहां से फखरीजादेह को रास्ते में यू-टर्न लेना था। इस वाहन में गन फिट करने के अलावा कैमरा व भारी मात्रा में विस्फोटक लगाया गया। ताकि ऑपरेशन को अंजाम देने के बाद इसमें धमाका किया जा सके।

वारदात के दिन फखरीजादेह अपने घर से निकलकर अपनी बुलेटप्रूफ गाड़ी से मेन रोड की तरफ बढ़े। जैसे ही गाड़ी ने तय जगह पर यू-टर्न लिया, वैसे ही सैकड़ो किलोमीटर दूर से इस गन को ऑपरेट कर दिया गया। चंद सेकेंड में हमला शुरू हो गया और फिर जैसे ही मोहसिन फखरीजादेह गाड़ी से बाहर आए मशीनगन को उन पर टारगेट कर तीन गोलियां मारी गईं। इस हमले के बाद मोहसिन फखरीजादेह जमीन पर गिर पड़े।

इसके बाद जब मोहसिन फखरीजादेह की बीवी उन्हें देखने के लिए आगे आईं, तभी वाहन में धमाका हो गया। मोसाद ने इस पूरे ऑपरेशन को 1 मिनट से भी कम समय में केवल 15 गोलियां दागकर ख़त्म कर दिया। ईरान के टॉप साइंटिस्ट मोहसिन फखरीजादेह की 27 नवंबर को हत्या कर दी गई। खास बात यह थी कि इस हमले में केवल फखरीजादेह को ही मारा गया, बाकी तीन गाड़ियों में चल रहे लोग व सुरक्षाकर्मी सुरक्षित रहे।