आज उत्तर प्रदेश के ‘सुपर कॉप’ के बारे में बात करेंगे जो वॉन्टेड अपराधियों के परिजनों को दफ्तर में बुलाकर चाय पिलाता था जिससे अपराधी सरेंडर कर दें। इस दबंग IPS अधिकारी का नाम है- नवनीत सिकेरा। नवनीत सिकेरा से जब उस बारे में पूछा गया तो उन्होंने बताया कि वह हर अपराधी का सरेंडर करवाना चाहते थे और इस बारे में वह परिजनों को बुलाकर समझाते भी थे कि उसका सरेंडर करवा दो क्योंकि इस सिस्टम से कोई भी निकलकर उस अपराधी को जरूर मारेगा।
यूट्यूब चैनल ‘4PM’ से बात करते हुए नवनीत सिकेरा बताते हैं, ‘ये पुलिस की जिम्मेदारी है कि वह जनता को ये विश्वास दिलाए निर्भय राज हो। अगर लोगों में अपराधियों का डर होगा तो एसपी और एसएसपी होने का कोई फायदा नहीं है। कई बार तो ऐसा भी हुआ कि परिजनों ने अपने बच्चे को कमरे में बंद कर दिया और हमें फोन किया कि आ जाइए साहब इसे गिरफ्तार कर लीजिए क्योंकि वह अपराधी था।’
मेरठ कचहरी में हो रही थी फायरिंग: मेरठ की कचहरी में एनकाउंटर पर नवनीत सिकेरा कहते हैं, ‘मेरठ में कचहरी में हुई मुठभेड़ बिल्कुल सच थी क्योंकि ऐसा कोई भी नहीं होगा जो कचहरी में एनकाउंटर प्लान करेगा। एक कचहरी जहां हजारों लोग होते हैं और पुलिस उसमें एनकाउंटर प्लान करे, ये तो बहुत अजीब सा लगता है। मेरे घर के बिल्कुल पास कचहरी थी। जब मैंने घटना सुनी तो मैं तुरंत निकलकर भागा। वहां फायरिंग हो रही थी तो मैं भी पहुंच गया लेकिन बाद में कोई फायरिंग नहीं हुई।’
नवनीत सिकेरा आगे कहते हैं, ‘मैं सैद्धांतिक रूप से कभी कोई काम गलत नहीं किया। अगर मैं ऐसा करता हूं तो मेरा इस कुर्सी पर बैठने का कोई अधिकार नहीं है। मैं सिर्फ अपने समय के बारे में बात कर सकता हूं। मैंने कभी कोई काम गलत नहीं किया। कई अपराधी ऐसे ही हिस्ट्रीशीटर बन गए थे और उनपर कभी कोई मुकद्दमा दर्ज ही नहीं हुआ