बिहार में हाल ही में आतंकी मॉड्यूल के भंडाफोड़ के बाद पुलिस लगातार पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (PFI) से जुड़े लोगों पर कार्रवाई कर रही है। ऐसे में इंटेलिजेंस ब्यूरो ने आगाह किया है कि आने वाले जुमे में नमाज के बाद उत्तरी बिहार के आठ जिलों में भारी विरोध-प्रदर्शन हो सकता है।

इस इनपुट को इंटेलिजेंस ब्यूरो ने बिहार पुलिस को भेजा है और सुझाव दिया है कि वह इन सब चीजों को देखते हुए सतर्क रहे। ताकि किसी भी जिले में कानून व्यवस्था न बिगड़े। आईबी ने बिहार पुलिस को जिन आठ राज्यों को लेकर अलर्ट जारी किया है उनमें दरभंगा, पूर्वी चंपारण, अररिया, पूर्णिया, सीतामढ़ी, मुजफ्फरपुर और किशनगंज शामिल हैं।

ज्ञात हो कि, बीते कई दिनों से बिहार पुलिस आतंकी मॉड्यूल से जुड़े संदिग्धों पर लगातार शिकंजा कस रही है। ऐसे में बिहार के उत्तरी जिलों में पुलिस-प्रशासन के खिलाफ विरोध-प्रदर्शन होने की संभावना है। इसी के तहत बिहार पुलिस ने भी अपनी तरफ से संबंधित जिलों को अलर्ट पर रहने को कहा है। दरअसल, इस संबंध में गिरफ्तार संदिग्‍धों से पूछताछ में कई जिलों में पीएफआई द्वारा कैंप लगाने की बात सामने आ चुकी है।

फुलवारी शरीफ टेरर मॉड्यूल का खुलासा होने के बाद छानबीन में कई चौंकाने वाले तथ्‍य सामने आ रहे हैं। पुलिस ने भंडाफोड़ के बाद जानकारी साझा की थी कि इस ठिकाने से ‘मिशन 2047’ के लिए साजिश रची जा रही थी, जिसका उद्देश्य साल 2047 तक देश को इस्लामिक राष्ट्र घोषित कराने की तैयारी थी। पुलिस ने यह भी बताया था कि पीएफआई अपने मॉड्यूल के तहत बिहार को 2 चरणों में प्रभावित करने की साजिश पर काम कर रहा था।

पहले चरण में उसका उद्देश्य बिहार के दूर-दराज के इलाकों में स्थित मस्जिदों के जरिये अपना एजेंडा अंदरूनी इलाकों तक पहुंचाया जाए। दूसरा चरण यह जिसमें अलग-अलग राज्यों के युवाओं को मार्शल आर्ट के नाम पर हथियारों की ट्रेनिंग देकर अपने मकसद को पूरा किया जा सके। मॉड्यूल के भंडाफोड़ के बाद पीएफआई की साज‍िशों का पता चलने से केंद्रीय एजेंसियों के साथ ही बिहार पुलिस भी सतर्क हो गई है।