वह प्रतिभाशाली हाकी खिलाड़ी भी थी। मंगलवार को हुए इन हमलों में तीन लोगों की मौत हो गई। 19 वर्षीय ग्रेसी ओमाले कुमार नाटिंघम विश्वविद्यालय में सहपाठी एवं क्रिकेटर दोस्त बरनबी वेबर के साथ थी जब हमलावर ने मंगलवार तड़के उन दोनों पर चाकू से हमला कर दिया।
इस घटना में दोनों की मौत हो गई। हमलावर की पहचान उजागर नहीं की गई है। नाटिंघमशायर पुलिस ने कहा कि 31 वर्षीय संदिग्ध हिरासत में है। उसने करीब 50 वर्षीय एक व्यक्ति की चाकू घोंपकर हत्या कर दी और उसकी वैन चुरा कर तीन लोगों को कुचलने की कोशिश की जो अब भी अस्पताल में भर्ती हैं।
नाटिंघमशायर पुलिस की मुख्य कांस्टेबल केटी मेनेल ने एक बयान में कहा, हम पूर्वाग्रह से मुक्त हैं और आतंकवाद रोधी पुलिस के साथ तथ्यों को स्थापित करने के लिए काम कर रहे हैं। हम इस तरह की परिस्थितियों में ऐसा करते हैं। उन्होंने कहा कि अधिकारियों की एक टीम इन घटनाओं से जुड़ी परिस्थितियों की जांच कर रही है तथा आने वाले दिनों में सबूतों को जुटाना जारी रहेगी।
पुलिस ने पीड़ितों के नामों का आधिकारिक तौर पर खुलासा नहीं किया है, लेकिन स्थानीय मीडिया ने कुमार के बारे में कुछ जानकारी दी है। माना जाता है कि वह लंदन में रहने वाले भारतीय मूल के चिकित्सक संजय कुमार की बेटी थीं। संजय कुमार को ‘नायक’ चिकित्सक बताया जाता है जिन्होंने 2009 में चाकूबाजी में जख्मी हुए कुछ किशोरों की जान लोग ग्रेसी को श्रद्धांजलि दे रहे हैं।
वह इंग्लैंड अंडर-18 हाकी टीम के लिए खेल चुकी थी और एक क्रिकेटर भी थी। खेल निकाय इंग्लैंड हाकी ने कहा, ‘मंगलवार को नाटिंघम में ग्रेसी कुमार की दुखद मौत की खबर से हम सभी को गहरा दुख हुआ है। एसेक्स में वुडफोर्ड वेल्स क्रिकेट क्लब ने ग्रेसी कुमार को कठोर प्रतिस्पर्धी, प्रतिभाशाली और समर्पित क्रिकेटर बताया।
इससे पहले, नाटिंघम विश्वविद्यालय ने अपने दो विद्यार्थियों की मंगलवार को हुए हमलों में मौत की पुष्टि की थी। कुलपति शियरर वेस्ट ने कहा, नाटिंघम सिटी सेंटर में एक बड़ी घटना में हमारे दो विद्यार्थियों की मौत से हम सभी गहरे सदमे में हैं और दुखी हैं। अन्य मृतक बरनबी वेबर के परिवार ने एक बयान जारी कर अपना दुख जाहिर किया है।