अपने 200 सैनिकों के दम पर भी भारतीय सीमा में घुसपैठ में नाकाम रहने पर अब चीन बुरी तरह बौखला गया है। चीन ने अपने सरकारी मीडिया ‘Global Times’ के जरिए भारत को गीदड़भभकी दी है। ‘ग्लोबल टाइम्स’ के संपादकीय में लिखा गया है कि अगर भारत चीन के साथ उलझता है तो चीन भारत को ज्यादा सैन्य नुकसान पहुंचा पाने में सक्षम है। संपादकीय में लिखा गया है कि ‘अगर भारत चीन से प्रतिस्पर्धा में उलझना चाहता है तो तो चीन के पास भारत के साथ योग्यता और टूल्स हैं। अगर भारत मिलिट्री ताकत दिखाना चाहता है तो PLA (People’s Liberation Army) भारत को 1962 से भी ज्यादा नुकसान पहुंचाने के योग्य है।’

‘ग्लोबल टाइम्स’ में लिखा गया है कि पैंगोंग लेक में हुआ संघर्ष दिखाता है कि भारत ने गलवान घाटी से कोई सबक नहीं लिया। वो अब भी चीन को उकसाना चाहता है। चीन भारत से कई गुना ज्यादा ताकतवर है और भारत का चीन से कोई मुकाबला ही नहीं है। हमें भारत की गलतफहमी को दूर करना चाहिए कि वो अमेरिका समेत अन्य ताकतों के साथ मिलकर चीन से टकरा सकता है।

दरअसल 29-30 अगस्त की रात चीन के करीब 200 सैनिकों ने LAC पर पैन्गॉन्ग लेक के दक्षिणी छोर से भारतीय सीमा में घुसपैठ करने और यथास्थिति को बदलने की कोशिश की थी। सीमा पर पहले से मुस्तैद भारतीय जवानों ने चीन को इसका मुंहतोड़ जवाब दिया था और चीनी सैनिकों को वहां से खदेड़ कर भगा दिया था।

कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में यह भी बताया गया था कि इस दौरान दोनों देशों के सैनिकों के बीच हाथापाई भी हुई थी और चीन के सैनिक पीछे हटने के लिए मजबूर हो गए थे। यह भी खबर सामने आई थी कि रात के अंधेरे में चीनी सैनिक SUV से वहां पहुंचे थे और भारतीय सीमा में घुसपैठ की कोशिश की थी।

आपको बता दें कि चीन की चालबाजी को देखते हुए भारतीय सेना ने किसी भी अप्रत्याशित हालात से निपटने के लिए एलएसी से लगे मुख्य इलाकों में अपनी स्थिति पहले से मजबूत कर रखी है। सेना प्रमुख जनरल एमएम नरवाने ने पहले ही एलएसी से लगे अग्रिम मोर्चो पर अधिकतम सतर्कता बरतने और चीनी सेना के दुस्साहस का जवाब देने के लिए सभी वरिष्ठ कमांडरों से कह रखा है।