कहा जाता है कि यह शख्स देखने में काफी स्मार्ट और हंसमुख था। जिस इलाके में वो रहता था वहां आसपास के लोग उसे काफी मिलनसार भी मानते थे। लेकिन जब उसकी खौफनाक करतूतों की पोल खुली तो सभी के होश उड़ गए। आज हम बात कर रहे हैं हंगरी के सबसे खूंखार सीरियल किलर बेला किस की। बेला किस के बचपन से जुड़ी जानकारियां ज्यादा उपलब्ध नहीं हैं। 23 साल की उम्र में बेला किस ने सिनकोटा शहर में एक घर किराये पर लिया था। उस वक्त वो छोटा-मोटा व्यापार करता था और आसपास के लोगों के बीच उसकी पहचान एक जेंटलमैन के तौर पर थी।
खुद को ज्योतिषि बताने वाले बेला किस ने साल 1903 से अपने खूंखार अपराधों को अंजाम देने का काम शुरू किया। कहा जाता है कि बेला ने 24 से ज्यादा महिलाओं को बेरहमी से मार दिया। बेला अखबारों में अक्सर अपनी शादी के लिए इश्तेहार छपवाता था। वो महिलाओं को पैसे या फिर जमीन-जायदाद देने का लालच देता था और उनसे शादी करने की बात भी कहता था। साल 1912 में बेला किस ने खुद से 15 साल छोटी एक महिला मैरी से शादी की लेकिन जल्दी ही मैरी एक जवान कलाकार बिकारी के करीब आ गई। यह दोनों ही बेला के पहले शिकार थे। इन दोनों के बारे में पूछे जाने पर बेला किस कहता था कि मैरी अपने प्रेमी बिकारी के साथ अमेरिका चली गई है लेकिन सच्चाई यह थी कि इसने उन दोनों की बेरहमी से हत्या कर दी थी।
इस हत्या के बाद बेला ने अकेली रहने वाली कई महिलाओं को अपना शिकार बनाया। महिलाओं को पैसे और घर का लालच देकर वो उन्हें अपने घर पर बुलाता और फिर गला दबाकर उनकी हत्या कर दी। एक खौफनाक बात यह भी है कि बेला किस अपने शिकार की हत्या करने के बाद उसके मृत शरीर को सुरक्षित रखने में विश्वास करता था। उसने कई सारे स्टील के ड्रम खरीदे। महिलाओं की हत्या के बाद वो उनके मृत शरीर को इन्हीं ड्रमों में डालकर रख लेता था। लाश की बदबू सभी तरफ ना फैले इसके लिए वो इन ड्रमों में मिथेनॉल भी डालता था। बेला किस को सिनकोटा का ‘वैम्पायर’ भी कहा जाता था क्योंकि उसने कई महिलाओं की हत्या के बाद उनका गर्दन काटा और शरीर का सारा खून नाले में बहा दिया।
बेला किश के गुनाहों का पर्दाफाश साल 1914 में हुआ। बेला किस ऑस्ट्रो-हंगरियन आर्मी की तरफ से प्रथम विश्वयुद्ध में हिस्सा लेना गया हुआ था। उस वक्त यह अफवाह उड़ी कि बेला या तो युद्ध में मारा गया या फिर पकड़ा गया। इसके बाद उसके मकान मालिक ने आखिरकार तय किया कि वो बेला के घर में रखे बड़े-बड़े स्टील के ड्रमों का जायजा जरुर लेंगे। लेकिन इसे खोलते ही उनके होश उड़ गए और उन्होंने तुरंत उस वक्त पुलिस को इस बारे में सूचना दी थी। इस मामले के उजागर होने के बाद पुलिस ने बेला की तलाश तेज कर दी। स्थानीय पुलिस ने आर्मी से भी बेला किस को गिरफ्तार करने के लिए कहा।
लेकिन आर्मी में कई लोगों के नाम एक जैसे थे इसलिए पहचान नहीं हो पाने के कारण आर्मी उसे गिरफ्तार नहीं कर सकी। हालांकि कहा जाता है कि इसके बाद पुलिस को पता चला कि सर्बियन अस्पताल में बेला अपना इलाज करा रहा है। लेकिन पुलिल के अस्पताल में पहुंचने से पहले ही उसे खबर मिल गई और वो वहां से फरार हो गया। कहा जाता है कि इसके बाद बेला को अंतिम बार साल 1932 में न्यूयॉर्क सिटी में एक जासूस ने देखा था। हंगली का यह सीरियल किलर इसके बाद से कभी पकड़ा नहीं जा सका। (और…CRIME NEWS)

