उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है। यहां नगर के एक प्रतिष्ठित अस्पताल के डॉक्टरों और कर्मचारियों द्वारा एक महिला के प्रसव के बाद कथित तौर पर नवजात शिशु बदलने के लिए अस्पताल के डॉक्टरों और कर्मचारियों के खिलाफ रविवार (18 अगस्त) को कर्नलगंज थाना में प्राथमिकी दर्ज की गई।
जुड़वां बच्चों को दिया जन्मः प्राथमिकी के मुताबिक, पेशे से फोटो पत्रकार कमल किशोर की पत्नी का चार अगस्त, 2019 को कमला नेहरू स्मारक अस्पताल में ऑपरेशन से प्रसव कराया गया और बताया गया कि जुड़वां बच्चों में दोनों बेटे जन्मे हैं। हालांकि, करीब एक घंटे बाद उन्हें सूचना दी गई कि जन्मे बच्चों में एक बेटा है और दूसरी बेटी है जिसमें बेटी मृत पैदा हुई है।
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परिजनों को डांट कर भगायाः कमल किशोर का आरोप है कि सौंपी गई बच्ची काफी पहले मृत हुई लग रही थी और अस्पताल के कर्मचारियों ने एक बच्चे को बदल दिया। प्रसव के बाद जब इस संबंध में डॉक्टरों से बात की गई तो उन्होंने महिला के परिजनों को डांट कर भगा दिया।
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डीएनए जांच की मांग कीः उन्होंने बताया कि इसके बाद परिजनों को मजबूरन बच्ची को गंगा के डूब क्षेत्र में दफन करना पड़ा। प्राथमिकी में कमल किशोर ने दफनाई गई बच्ची की डीएनए जांच कराए जाने की मांग की है जिससे सच सामने आ सके और दोषी डॉक्टरों और कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई की जा सके।तमाम कोशिशों के बावजूद अस्पताल के कार्यकारी अधिकारी हरिओम सिंह से संपर्क नहीं हो सका।
