Kamlesh Tiwari Murder Case : हिंदू समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष कमलेश तिवारी की हत्या का मुख्य आरोपी रशीद पठान के बारे में नए खुलासे हो रहे हैं। वह दुबई की जिस कंपनी में काम करता था, उसका मालिक पाकिस्तानी बताया जा रहा है। इस खुलासे के बाद आतंकरोधी स्क्वायड (ATS) उसके पाकिस्तानी रिश्ते की जांच में जुट गई है। इस केस में अब तक तीन संदिग्ध गिरफ्तार हुए हैं और तीन अन्य को हिरासत में लेकर पुलिस पूछताछ कर रही है।
यूपी की राजधानी लखनऊ में हिंदू समाज पार्टी के अध्यक्ष कमलेश तिवारी की शुक्रवार को दिनदहाड़े हत्या पर बीजेपी के वरिष्ठ नेता सुब्रमण्यन स्वामी ने भी चिंता जताई। उन्होंने मांग की कि हत्याकांड की जांच राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) से ही कराई जाए। इस बीच पुलिस ने अपराधियों के खिलाफ सख्ती बरतते हुए कई लोगों को हिरासत में लिया है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के रविवार को स्वयं कमलेश तिवारी के घर जाकर उनके परिजनों से मिलने की संभावना है। हिंदू समाज पार्टी के नेता कमलेश तिवारी की हत्या के बाद देर रात उनकी बॉडी को उनके पैतृक निवास सीतापुर जिले के महमूदाबाद ले जाया गया। उनकी शुक्रवार को उनके कार्यालय में हत्या कर दी गई थी।
उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में हिंदू महासभा के पूर्व नेता कमलेश तिवारी की हत्या के बाद बवाल मचा हुआ है। लखनऊ में हालात बेकाबू हैं। जगह-जगह चक्का जाम कर दिया गया है। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने खुद डीजीपी ओपी सिंह को हालात पर नजर रखने के निर्देश दिए हैं। वहीं, सीएम योगी आदित्यनाथ ने भी डीजीपी व प्रमुख सचिव को निर्देश दिए हैं। इस दौरान डिप्टी सीएम दिनेश शर्मा कमलेश के घर पहुंचे तो उन्हें घुसने नहीं दिया गया। ऐसे में उन्हें बैरंग लौटना पड़ गया। विपक्ष ने प्रदेश की कानून व्यवस्था को लेकर योगी सरकार पर सवाल उठाए हैं।

Highlights
लखनऊ में यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ से मुलाकात के बाद कमलेश तिवारी की पत्नी किरण तिवारी ने कहा उन्होंने (यूपी सीएम ने) हमें आश्वासन दिया है कि न्याय किया जाएगा। हमने हत्यारों को मृत्युदंड देने की मांग की है।
कमलेश तिवारी का परिवार मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मिलने सीएम आवास पहुंचा।
ABP News के अनुसार लखनऊ के एक खालसा होटल के कमरे से भगवा कपड़े बरामद किए गए है। बरामद कपड़े पर खून के निशान भी मिले है। मौके पर पुलिस पहुंच इसकी जांच कर रही है।
सीएम योगी से मिलने के लिए कमलेश तिवारी का परिवार लखनऊ के लिए रवाना हो गया है।
हमने गुजरात और महाराष्ट्र एटीएस से संपर्क किया है। हमारी टीम ने उस महिला से भी बात की है जिसे सीसीटीवी फुटेज में देखा गया था। मामले के सभी पहलुओं की जांच की जा रही है।
कमलेश तिवारी की हत्या मामले में मुख्य आरोपी रशीद पठान का पाकिस्तानी कनेक्शन सामने आ रहा है। मीडिया रिपोर्टस के मुताबिक रशीद पठान दुबई में जिस कंपनी में काम करता था, उसका मालिक कोई पाकिस्तानी है। इस बात का खुलासा होने के बाद से एटीएस आरोपी रशीद पठान के पाकिस्तान कनेक्शन की जांच कर रही है।
उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ कमलेश तिवारी के परिजनों से रविवार सुबह 11 बजे अपने सरकारी आवास 5 कालिदास मार्ग पर मुलाकात करेंगे। सीएम योगी के साथ इस मुलाकात में कमलेश तिवारी के परिवार के सभी सदस्य और हिंदू समाज पार्टी के कुछ कार्यकर्ता भी शामिल होंगे।
यूपी की राजधानी लखनऊ में हिंदू समाज पार्टी के अध्यक्ष कमलेश तिवारी की शुक्रवार को दिनदहाड़े हत्या पर बीजेपी के वरिष्ठ नेता सुब्रमण्यन स्वामी ने भी चिंता जताई। उन्होंने मांग की कि हत्याकांड की जांच राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) से ही कराई जाए। इस बीच पुलिस ने अपराधियों के खिलाफ सख्ती बरतते हुए कई लोगों को हिरासत में लिया है।
महाराष्ट्र पुलिस के आतंकवाद-रोधी दस्ते ने शनिवार को यहां अखिल भारतीय हिंदू महासभा के नेता कमलेश तिवारी की हत्या के मामले में मोमिनपुरा इलाके के एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया।
लखनऊ के नाका के खुर्शीदबाग में हिंदू समाज पार्टी के अध्यक्ष कमलेश तिवारी की हत्या करने वाले बदमाश ट्रेन से लखनऊ आए थे। एसएसपी कलानिधि नैथानी ने बताया कि हत्यारों की पहचान हो गई है। दोनों हत्यारे चारबाग रेलवे स्टेशन से ही कमलेश के घर का पता पूछते हुए गणेशगंज पहुंचे और वारदात अंजाम देकर भाग निकले।
सीतापुर में कमलेश तिवारी के पुत्र सत्यम तिवारी ने कहा कि हम चाहते हैं कि राष्ट्रीय जांच एजेंसी मामले की जांच करे, हमें किसी पर भरोसा नहीं है। मेरे पिता को मार दिया गया, जबकि उनके पास सुरक्षा गार्ड थे, हम प्रशासन पर भरोसा कैसे कर सकते हैं?
कमलेश तिवारी का अंतिम संस्कार कड़ी सुरक्षा के बीच कर दिया गया है। बताया जा रहा है कि कल मृतक के परिवार से मिलने CM योगी खुद उनके घर जा सकते हैं।
कमलेश तिवारी हत्याकांड मामले में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि इस तरह की घटनाएं राज्य में अस्वीकार्य हैं। इसमें शामिल लोगों को छोड़ा नहीं जाएगा। साथ ही उन्होंने कहा कि अगर कमलेश तिवारी का परिवार उनसे मिलना चाहेगा तो वह उनसे मुलाकात करेंगे।
कमलेश तिवारी हत्याकांड पर यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने वह हिंदू समाज पार्टी के अध्यक्ष थे। हमलावर कल लखनऊ में उसके घर आए, उसके साथ बैठकर चाय पी और बाद में बाजार से कुछ खरीदने के लिए सभी सुरक्षा गार्डों को भेजने के बाद उसकी हत्या कर दी।
कमलेश तिवारी की हत्या के आरोपियों को गुजरात ATS ने देर रात हिरासत में लिया है। समाचार एजेंसी ANI ने ATS की कार्रवाई का CCTV वीडियो जारी किया है जिसमें साफतौर पर देखा जा सकता है कि पुलिस आरोपियों को एक घर से लेकर जा रही हैं।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को बुलाने की मांग कर रहा कमलेश तिवारी का परिवार अंतिम संस्कार करने को अब राजी हो गया है। इससे पहले कमलेश तिवारी के परिवार और प्रशासन के बीच कुछ बिंदुओं पर समझौता हुआ है। कमलेश तिवारी का परिवार रविवार शाम को लखनऊ में सीएम योगी आदित्यनाथ से मुलाकात करेगा।
उत्तर प्रदेश के DGP ओपी सिंह ने हिंदू समाज पार्टी के नेता कमलेश तिवारी की हत्या पर कहा कि 2015 में पीड़िता ने जो भड़काऊ भाषण दिया था, हत्या के पीछे वह भी एक कारण है। हमें मिली जानकारी के अनुसार, ऐसा लगता है कि यह योजनाबद्ध तरीके से किया गया था।
कमलेश तिवारी के परिवार से मिलेगें सीएम योगी आदित्यनाथ। महाराष्ट्र से लौटने के बाद जाएगें सीतापुर।
उत्तर प्रदेश के डीजीपी, हिंदू समाज पार्टी के नेता कमलेश तिवारी की हत्या पर ओपी सिंह कहा कि 2015 में पीड़ित ने जो भड़काऊ भाषण दिया था, उसी वजह से उसे निशाना बनाया गया है। हमें मिली जानकारी के अनुसार, ऐसा लगता है कि यह योजनाबद्ध तरीके से किया गया था।
उत्तर प्रदेश के डीजीपी ने कहा- कमलेश तिवारी की हत्या का मुख्य साजिश कर्ता राशिद पठान है। राशिद पेशे से दर्जी है।
कमलेश हत्या कांड मामले में तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया है उनकी पहचान मौलाना मोहशिन शेख , राशिद पठान, फैजान के रुप में हुई है।
मीडिया रिपोर्ट्स की माने तो यूपी डीजीपी ओम प्रकाश सिंह कुछ ही देर में प्रेस कांफ्रेंस करने वाले हैं। कहा जा रहा है कि इसमें कमलेश हत्याकांड का खुलासा हो सकता है।
कमलेश तिवारी हत्याकांड में संदिग्धों को सूरत की उस मिठाई की दुकान में देखा गया जहां से उन्होंने मिठाई खरीदी थी। बताया जा रहा है कि इन्हीं संदिग्धों को लखनऊ में हत्या के वक्त सीसीटीवी में देखा गया था। एटीएस ने हिरासत में लिया।
कमलेश तिवारी हत्याकांड मामले में पुलिस ने गुजरात से तीन संदिग्धों को हिरासत में लिया है। हत्या के आरोपी अभी भी फरार चल रहे है।
एडीजी बरेली ज़ोन अविनाश चंद्र ने कहा है कि मौलाना अनवारुल हक को गिरफ्तार नहीं किया गया है, जांच अभी भी चल रही है। जल्द ही गिरफ्तारी होगी।
कमलेश तिवारी हत्याकांड में पुलिस ने बिजनौर से मौलाना अनवारुल हक को गिरफ्तार किया है। 2015 में मौलाना हक ने कमलेश तिवारी के मर्डर पर 51 लाख रुपये का इनाम घोषित किया था।
कमलेश की पत्नी किरण की तहरीर पर इस मामले में मुफ्ती नईम काजमी और अनवारुल हक तथा एक अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। किरण का आरोप है कि काजमी और हक ने वर्ष 2016 में कमलेश का सिर कलम करने पर क्रमश: 51 लाख और डेढ़ करोड़ रुपए का इनाम घोषित किया था। इन्हीं लोगों ने साजिश कर उनके पति की हत्या कराई है।
हिंदू महासभा के पूर्व अध्यक्ष कमलेश तिवारी के परिवार वालों ने उनके शव का अंतिम संस्कार करने से साफ़ इनकार कर दिया है। उनका कहना है कि वे तब तक कमलेश तिवारी के शव का अंतिम संस्कार नहीं करेंगे, जब तक खुद सीएम योगी आदित्यनाथ आकर परिवार से मुलाकात नहीं करते। तिवारी की पत्नी ने आत्मदाह करने की सरकार को चेतावनी दी हैं।
कमलेश तिवारी की हत्या की प्लानिग पहले से की गई थी। हत्यारो को पहले से ही इस बात की जानकारी थी कि पतली गलियों में भाग नहीं सकेगे इसलिए वह पहले तैयारी कर आए हुए थे। सीसीटीवी कमरे में उन्हें साफ तौर पर देखा जा सकता है।
कमलेश तिवारी को मारने के लिए भगवा कपड़े पहनकर बदमाश आए थे। दो बदमाशों ने इस वारदात को आईएसआईएस स्टाइल में अंजाम दिया। पहले उन्होंने कमलेश का गला चाकू से रेता। इस वारदात को उनके ही दफ्तर में अंजाम दिया गया। जानकारी के मुताबिक, दोनों बदमाश करीब 30 मिनट तक कमलेश के ऑफिस में ही थे। उन्होंने पहले कमलेश के साथ चाय भी पी थी। इसके बाद मिठाई के डिब्बे में लाए चाकू व तमंचे से सनसनीखेज वारदात को अंजाम दे डाला।
पिछले महीने ही कमलेश ने सुरक्षा बढ़ाने के लिए डीएम और एसएसपी को आवेदन किया था व 27 जून को डीएम आवास पर प्रदर्शन किया था।
जेल से छूटने के बाद #KamleshTiwari के परिवार की सुरक्षा के लिए दो गनर के साथ आठ पुलिसकर्मी दिए गए थे,2017 में पुलिसकर्मी हटा दिए गए, गनर भी एक कर दिया गया था।
हिंदू समाज पार्टी के नेता कमलेश तिवारी ने कहा था, ‘‘आमिर खान और शाहरुख खान को देश की जनता ने सिर-आंखों पर बैठाया है। धन-दौलत भी उन्होंने यहीं से कमाई। अब उन्हें इसी देश में डर लगता है। दोनों खान ने यह बयान देकर देशद्रोह किया है। दोनों का का सिर कलम कर चौराहे पर टांग देना चाहिए, ताकि आगे से ऐसा बयान देने की कोई हिम्मत न कर सके।’’
बताया गया है कि कमलेश तिवारी लखनऊ के खुर्शीद बाग स्थित कार्यालय में कुछ लोग उनसे मिलने आए थे। सीसीटीवी फुटेज में कुछ लोग उनके ऑफिस में आते हुए दिखाई पड़े हैं। बदमाशों ने कार्यालय में उनके साथ चाय भी पी है। उसके बाद उनकी गला रेतकर हत्या की गई। उनके गले और पेट में 15 चाकू के वार किए गए।
विश्व हिंदू परिषद के नेता विजय शंकर तिवारी ने कहा कि यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है कि हिंदू समाज के हितों की आवाज उठाने वाले एक व्यक्ति की हत्या कर दी गई। उन्होंने कहा कि मामले की जांच कर सभी अपराधियों को तत्काल कड़ी सजा दी जानी चाहिए। उन्होंने तिवारी के परिवार वालों की सुरक्षा और भरण-पोषण को भी निश्चित किए जाने की मांग की।
कमलेश तिवारी अपने विवादित बयानों के कारण कई बार सुर्खियों में रहे। उन पर रासुका भी लगाई गई थी और उन्हें गिरफ्तार भी किया गया था। एक धर्म विशेष पर टिप्पणी करने के कारण एक संगठन ने उन्हें जान से मारने की धमकी भी दी थी। जान से मारने की कई धमकियों के चलते उन्हें सुरक्षा भी मिली थी, लेकिन हत्या के समय सुरक्षा गार्ड उनके पास नहीं था।
कमलेश तिवारी की हत्या ऐसे समय में की गई है, जब कुछ ही दिनों में सुप्रीम कोर्ट अयोध्या के राम मंदिर केस में फैसला देने वाला है। कमलेश तिवारी भी राम मंदिर केस में पक्षकार थे। उन्होंने वर्ष 2010 में हिंदू महासभा के प्रदेश अध्यक्ष पद पर रहते हुए इस मामले में एक वाद दाखिल किया था। बाद में उन्होंने हिंदू समाज पार्टी नाम से एक राजनीतिक दल बना लिया था, लेकिन बावजूद इसके वे हिंदू समाज की आवाज के रूप में मुखर थे।
कमलेश के समर्थकों का कहना है कि उनकी जान को लगातार खतरा था। बार-बार फोन पर धमकियां मिल रही थीं। वहीं, कई बार हमले की कोशिश भी हो चुकी थी। इसके बावजूद राज्य सरकार ने उन्हें सिर्फ एक गनर दिया था, जो भी मौके पर मौजूद नहीं था। समर्थकों का दावा है कि कमलेश को वाई कैटिगरी की सुरक्षा देने की बात भी कही गई थी, लेकिन इसकी फाइल 3 साल से सरकारी दफ्तरों में अटकी रही। अगर लापरवाही नहीं बरतते तो तिवारी की जान नहीं जाती।
हिंदू नेता कमलेश तिवारी की हत्या के बाद डिप्टी सीएम दिनेश शर्मा उनके घर पहुंचे। इस दौरान कमलेश के समर्थकों ने दिनेश शर्मा के खिलाफ मुर्दाबाद के नारे लगाए। कड़े विरोध के चलते उन्हें कमलेश के घर से बैरंग लौटना पड़ा। बताया जा रहा है कि पुलिस प्रशासन ने उन्हें बमुश्किल मौके से निकाला।