उत्तर प्रदेश के हाथरस में कथित गैंगरेप और फिर पीड़िता की मौत के मामले की जांच जारी है। इस बीच इस मामले में पकड़े गए सभी 4 आरोपियों ने जिले के पुलिस अधीक्षक को खत लिखा है। इस पत्र में आऱोपियों ने खुद को निर्दोष बताते हुए कहा है कि 14 सितंबर को लड़की के भाई ने उसकी पिटाई की थी।

इस मामले के मुख्य आरोपी संदीप ने यह खत लिखा है और खत में सभी अन्य आरोपियों लव कुश, राम कुमार औऱ रवि के अंगूठे के निशान हैं। बुधवार की शाम को यह खत यहां के एसपी को भेजा गया है। अलीगढ़ जेल के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अलोक सिंह ने इस बात की पुष्टि की है कि इन आरोपियों ने चिट्ठी लिखी है।

इस चिट्ठी में संदीप ने लिखा है कि ‘दलित लड़की औऱ वो दोस्त थे…हम दोनों की फोन पर बातचीत भी होी थी। मुझे 20 सितंबर को झूठे केस में गिरफ्तार किया गया है। इसी तरह मेरे रिश्तेदार राम और रवि तथा एक स्थानीय युवक लव कुश को भी इसी तरह गलत तरीके से गिरफ्तार किया गया है। हम एक-दूसरे से मिला करते थे और फोन पर भी हमारी बातचीत होती थी। लड़की का परिवार हमारी दोस्ती के खिलाफ था।’

हालांकि इधर संदीप द्वारा लिखी गई चिट्ठी पर दलित लड़की के परिवार वालों की भी प्रतिक्रिया आई है। परिवार का कहना है कि ‘यह लांछन लगाने का प्रयास है…लड़की के पास मोबाइल फोन नहीं था और यहां तक कि उसे फोन ऑपरेट करना भी नहीं आता था। पीड़िता के जीजा का कहना है कि संदीप लड़की को कई दिनों से प्रताड़ित कर रहा था।’

14 तारीख की घटना को लेकर संदीप ने अपनी चिट्ठी में लिखा है कि ’14 सितंबर को वो लड़की से खेत में मिला था…जहां उसकी मां और भाई मौजूद थे…उसका कहना है कि जब लड़की ने उसे वहां से जाने के लिए कहा तो वो वहां से चला गया…

संदीप के मुताबिक गांव वालों ने बाद में उसे बताया कि लड़की के घऱवालों ने उसकी पिटाई की है…उसकी मां और भाई ने उसे काफी पीटा जिसकी वजह से उसे गंभीर चोटें आईं और फिर बाद में उसकी मौत हो गई…मैंने कभी युवती को नहीं मारा और कुछ भी गलत नहीं किया है..उसकी मां औऱ भाई ने झूठा केस दर्ज करवाया है…हम निर्दोष हैं..कृप्या कर मामले की जांच करें और हमें न्याय दिलाएं।’

इधर इस मामले पर हाथरस के एसपी विनीत जायसवाल ने कहा कि केस के आरोपियों ने जो खत लिखा है उसपर कानूनी प्रक्रिया के तहत ही कार्रवाई होगी।