नूंह में हुई हिंसा के लगभग एक हफ्ते बाद गुरुग्राम के एक मजार में आग लगा दी गई। हालांकि आस-पास के लोगों की मदद से आग पर काबू पा लिया। फिलहाल पुलिस मामले की जांच कर रही है। घटना की जानकारी पुलिस अधिकारियों ने दी। मजार की देखरेख करने वाले घसीटे राम ने इस मामले में शिकायत दर्ज कराई है। वे मूल रूप से उत्तर प्रदेश के बाराबंकी जिले के रहने वाले हैं। उन्होंने अपनी शिकायत में कहा है कि रविवार रात साढ़े आठ बजे जब वह खांडसा गांव स्थित मजार से अपने घर गए तो सब ठीक थी। उनका घर फिरोज गांधी कॉलोनी में है। इसके बाद करीब एक बजकर 30 मिनट पर उनके पास मजार के पास रहने वाले एक शख्स का फोन आया। शख्स ने बताया कि अनजान लोगों ने मजार में आग लगा दी है। शख्स ने बताया था कि लोगों की मदद से आग पर काबू पा लिया गया।

हो सकता है दंगा

घसीटे राम ने अपनी शिकायत में कहा है कि जब उसने जाकर देखा तो मजार पर चढ़ाई गई सामग्री जल चुकी थी। उसके अनुसरा, पांच-छह लड़के वहां इकट्ठा हुए और मजार में आग लगा दी। घसीटे राम ने आगे कहा कि वह करीब सात साल से मजार की देखरेख कर रहे हैं और उन्होंने सभी धर्मों के लोगों को वहां इबादत करते देखा है। उन्होंने अपनी शिकायत में कहा कि मजार को आग लगाने की घटना से लोगों की आस्था को ठेस पहुंची है और समाज में दंगे हो सकते हैं। घसीटे ने का कहना है कि आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए। घसीटे राम ने मीडिया से कहा कि यह पीर बाबा की दशकों पुरानी मजार है और सभी ग्रामीण यहां आस्था से नमन करते हैं। हो सकता है कि कुछ बाहरी लोगों ने मजार में आग लगाई हो।

हटाई गई धारा 144

बता दें कि यह घटना तब हुई है जब पिछले हफ्ते पड़ोसी जिले नूंह में सांप्रदायिक हिंसा हुई है। यह हिंसा कुछ हिस्सों में फैल गई जिसके बाद गुरुग्राम में धारा 144 लागू कर दी गई थी। जिला प्रशासन ने सोमवार को धारा 144 हटा ली। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की धारा 34 (समान इरादे को आगे बढ़ाने में कई व्यक्तियों द्वारा किए गए कार्य), 153 ए (विभिन्न समूहों के बीच वैमनस्य को बढ़ावा देना), 188 (एक लोक सेवक के आदेश की अवज्ञा), 436 (मकान को नष्ट करने के इरादे से आग या विस्फोटक पदार्थ से किया गया कृत्य) के तहत प्राथमिकी दर्ज कर ली गई है।

इस मामले में एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि वह आरोपियों की पहचान करने और उन्हें गिरफ्तार करने की कोशिश कर रहे हैं। अधिकारियों ने यह भी बताया कि राठीवास गांव के पास एक ढाबे में शनिवार रात को आग लगा दी गई थी और इस संबंध में बिलासपुर थाने में एक प्राथमिकी दर्ज की गई थी। इस बीच गुरुग्राम पुलिस ने जानकारी दी कि रविवार रात सोहना में हिंसा के 15 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया था। इसके बाद अदालत ने उन्हें न्यायिक हिरासत में भेज दिया।