जिंदगी में कब क्या हो जाए कोई नहीं जानता। कुछ हादसे ऐसे होते हैं जो हमारी दुनिया बदल देते हैं। इंसान जिंदा तो रहता है मगर जिंदगी रूठ सी जाती है। दिल को दुखाने वाली ऐसी ही एक घटना मैनपुरी के नगला कंस गांव में से आई है। यहां कंरट लगने से शादी के दूसरे दिन दूल्हे ही दर्दनाक मौत हो गई। इस कारण जिस घर में खुशी का माहौल था वह गमगीन है। घर के जवान बेटे की इस तरह मौत हो जाने से घरवालों का बुरा हाल है। आस-पड़ोस के लोग भी गम में डूबे हैं। इस बारे में बात करना आसान है मगर जिनके साथ यह हादसा हुआ है, उन पर क्या बात रही होगी…हम और आप इस बात का अंदाजा भी नहीं लगा सकते हैं।
दो दिन पहले निकली थी धूमधाम से बारात
सोचिए जिस घऱ में एक दिन पहले बारात सजी हो, दूल्हा घोड़ी चढ़ा हो, बेटे की धूमधाम से शादी हुई हो वहां आज बेटे की अर्थी उठ रही है। अभी तो उसने ब्याह कर अपनी दुल्हन हो घर लाया था। नवेली दुल्हन ने पति के नाम का श्रृंगार किया था। उसके हाथों की मेंहदी अभी सुर्ख लाल ही थी मगर पल भर में सब बदल गया। वह दो ही दिन में सुहागन से विधवा हो गई। उसने क्या जाना की शादी का सुख क्या होता है? गृहस्थी क्या होती है? इस घटना ने वर-वधू दोनों पक्षों को तोड़कर रख दिया है। किसी को समझ नहीं आ रहा कि वे नवेली दुल्हन को क्या कहकर संतावना दें। जो हुआ है बहुत बुरा हुआ है और अब कोई चाहकर भी इसे बदल नहीं सकता है।
असल में जनवेद सिंह का बेटा सोनू बीए में पढ़ता था। उसकी रिश्ता किसनी के नगला गांव में रहने वाली आरती के साथ तय हुई थी। 11 मई तो सोनू धूम-धाम से बारात लेकर पहुंचा था। वहां एक मैरिज हॉल में दोंनो की शादी हुई थी। इसके बाद वह अपनी दुल्हन को विदा कर अपने घर ले आया।
कंरट लगने से हुई मौत
पूरे घर के लोग दुल्हन के स्वागत की तैयारी में जुट गए। घऱ में रौनक थी। चारों ओर खुशियां छाई थीं। सभी लोग नाच-गा रहे थे। शादी के बाद के कार्यक्रम संपन्न किए जा रहे थे। इसी बीच घर की बिजली चली गई। रिश्तेदारों को गर्मी में परेशान देख सोनू इन्वर्टर का तार लगाने गया। वह तार लगा ही रहा था कि उसे तेज करंट लग गया और वह जमीन पर गिर पड़ा। घरवाले उसे अस्पताल लेकर गए जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। इस तरह घर की खुशियां मातम में बदल गईं। फिलहाल पुलिस मामले की जांच कर रही है।