ऑनलाइन क्लास से तंग आकर 10 साल के एक लड़के ने खुद के अपहरण का प्लान बना डाला। अपहरण के मैसेज से परेशान परिवार जब पुलिस के पास पहुंचा तो बच्चे की सारी करतूत सामने आ गई।
गाजियाबाद के पांचवीं कक्षा के एक छात्र के माता-पिता ने 10 अगस्त को पुलिस के पास अपहरण की शिकायत लेकर पहुंचा। परिवार ने बताया कि उनके नाबालिग बच्चे के अपहरण का मैसेज उनके अन्य सदस्यों के पास मिला है। पुलिस ने जांच के बाद पाया कि नाबालिग ने खुद ऑनलाइन स्कूल न जाने के लिए ये मैसेज भेजे थे।
इंदिरापुरम सीओ अभय कुमार मिश्रा ने बताया कि नाबालिग के माता-पिता ने अपने रिश्तेदारों और अन्य परिचितों को धमकी भरे संदेशों के बारे में संबंधित थाने में शिकायत दर्ज कराई थी। साइबर सेल ने घर का दौरा किया और इलेक्ट्रॉनिक साक्ष्य प्राप्त किए। यह पाया गया कि नाबालिग घर में उपलब्ध फोन का उपयोग कर रहा था और उन संदेशों को ऑनलाइन कक्षाओं में शामिल न होने के बहाने भेज रहा था।
पुलिस के अनुसार, परिवार अल्मोड़ा का रहने वाला है और लड़का अपने माता-पिता के साथ गाजियाबाद में रह रहा था। पिछले साल लॉकडाउन के बाद से, बच्चा ऑनलाइन पढ़ाई कर रहा था। अधिकारियों ने कहा कि नाबालिग कथित तौर पर ऑनलाइन क्लासेस से थक गया था और अल्मोड़ा जाना चाहता था। लड़के के माता-पिता मल्टीनेशल कंपनियों में काम करते हैं।
पिछले कुछ हफ्तों में, माता-पिता को उनके रिश्तेदारों ने बताया कि उन्हें अजीब संदेश मिल रहे थे। मैसेज में बच्चे के अपहरण से जुड़े संदेश आ रहे थे। आखिरकार, माता-पिता ने औपचारिक जांच के लिए पुलिस से संपर्क किया और लड़के को फोन चलाने के लिए मना कर दिया गया, जिसके बाद मैसेज आने अपने आप बंद हो गए।
इस मामले में खुलासा होने के बाद इस सप्ताह पुलिस अधिकारियों ने एक काउंसलिंग सेशन आयोजित किया, जिसमें लड़के ने बताया कि वो ऑनलाइन क्लास से थक गया है और अल्मोड़ा जाना चाहता है। पुलिस ने कहा कि नाबालिग के खिलाफ कोई आरोप नहीं लगाया जाएगा।