दुनिया के लगभग सभी देश अपनी आंतरिक व बाह्य सुरक्षा को लेकर सचेत रहते हैं। देश अपनी खुफिया एजेंसी के जरिए इन कामों को आसान करते हैं। इन एजेंसी के जासूस अलग-अलग जगहों पर रहकर अपने देश की मदद करते हैं। लेकिन आज आपको कुछ ऐसी खुफिया एजेंसी के बारे में बताने जा रहे हैं, जो दुनिया में सबसे बेहतर मानी जाती हैं। वहीं, इनके जासूस भी बेहद खतरनाक माने जाते हैं।
मोसाद (Mossad): यह इजराइल की राष्ट्रीय खुफिया एजेंसी है और इसे दुनिया की सबसे खतरनाक एजेंसी माना जाता है। इसकी स्थापना साल 1949 में की गई और मुख्यालय तेल अवीव में है। मोसाद से जुड़े जासूस दुनियाभर में फैले हैं। इनका मुख्य काम आतंकवाद को रोकना, गुप्त अभियानों को अंजाम देना और खुफिया तरीके से जानकारी इकट्ठा करना है। मोसाद के निदेशक सीधे देश के प्रधानमंत्री को रिपोर्ट करते हैं। माना जाता है कि मोसाद से जुड़े करीब सात हजार जासूस पूरी दुनिया में फैले हैं, जो किसी भी गड़बड़ पर सीधी कार्रवाई के लिए जाने जाते हैं।
सीआईए (CIA): अमेरिका की खुफिया एजेंसी सीआईए का पूरा नाम सेंट्रल इंटेलिजेंस एजेंसी है। इसे अमेरिका ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया में सबसे सक्षम खुफिया एजेंसी माना जाता है। साल 1947 में बनाई गई इस एजेंसी का मुख्यालय वाशिंगटन के वर्जीनिया इलाके में है। अमेरिका में सीआईए का मुख्य काम आतंकवाद व देश में होने वाले साइबर क्राइम को रोकना है। रिपोर्ट्स की माने तो सीआईए को सबसे भारी-भरकम बजट वाली एजेंसी कहते हैं। सीआईए मुख्यतः अमेरिकी राष्ट्रपति के आदेश पर काम करती है। इसके अलावा एफबीआई, एनएसए और डीआईए जैसी एजेंसी भी अमेरिकी खुफिया विभाग का एक अहम हिस्सा हैं।
रॉ (R&W): भारत की खुफिया एजेंसी रॉ का पूरा नाम रिसर्च एंड एनालिसिस विंग है। इस एजेंसी को दुनिया की सक्षम, ताकतवर और खतरनाक खुफिया एजेंसियों में गिना जाता है। रॉ की स्थापना 21 सितंबर 1968 को की गई और इसका मुख्यालय नै दिल्ली में स्थित है। रॉ का मुख्य काम अंतर्राष्ट्रीय गतिविधियों पर निगरानी रख जानकारी हासिल करना, गुप्त अभियानों को अंजाम देना और देश को बाह्य व आंतरिक तौर पर सुरक्षित रखना है। इसके अलावा इंटेलिजेंस ब्यूरो भी देश को सुरक्षित करने का काम करती है। रॉ सीधे तौर पर देश के प्रधानमंत्री को रिपोर्ट करती है और कई बार अपने कामों से पूरी दुनिया को चौंकाया है। रिसर्च एंड एनालिसिस विंग यानी रॉ एक अंतर्राष्ट्रीय स्तर की जासूसी संस्था है।
एमएसएस (MSS): एमएसएस यानी मिनिस्ट्री ऑफ स्टेट सिक्योरिटी चीन की सबसे बड़ी खुफिया एजेंसी है। एमएसएस को साल 1983 में बनाया गया, जिसका मुख्यालय बीजिंग में है। यह एजेंसी काउंटर इंटेलिजेंस, विदेशी खुफिया जानकारी और राजनैतिक सुरक्षा देने का काम करती है। इससे पहले चीन में सीआइडी काम करती थी, जिसका बाद में एमएसएस में विलय कर दिया गया। इसके अलावा चीन में एमएसएस के समकक्ष सैन्य एजेंसी के रूप में इंटेलिजेंस ब्यूरो ऑफ जॉइंट स्टाफ भी काम करता है।
आईएसआई (ISI): पकिस्तान की प्रमुख खुफिया एजेंसी आईएसआई का पूरा नाम इंटर सर्विसेस इंटेलिजेंस है। आईएसआई की स्थापना 1948 में की गई और इसका मुख्यालय आब्रपारा, इस्लामाबाद में है। इंटर सर्विसेस इंटेलिजेंस (आईएसआई) दुनिया की खतरनाक एजेंसियों में एक है। आईएसआई के महानिदेशक सीधे प्रधानमंत्री और सेनाध्यक्ष दोनों को रिपोर्ट करते हैं। इसके अलावा आईएसआई मुख्य रूप से पाकिस्तानी सरकार को खुफिया जानकारी प्रदान करने पर केंद्रित है। हालांकि, कई बार इस खुफिया एजेंसी पर आतंकवाद को बढ़ावा देने के भी आरोप लगते रहे हैं।