गुरुग्राम के पुराने शहर में एक 32 वर्षीय व्यक्ति ने अपने माता-पिता को चाकू मार दिया, क्योंकि उसे लगा कि वे उसे कम महत्व दे रहे हैं। उसके पिता की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि उसकी मां अभी दिल्ली के एम्स ट्रॉमा में अपने जीवन के लिए लड़ रही हैं। इस मामले में शिकायत आरोपी के छोटे भाई मयंक मेहता ने की है, जो इस घटना का गवाह है।
आरोपी नियमित रूप से झगड़ा करता था: मयंक ने आरोप लगाया कि ऋषभ अपने माता-पिता के साथ नियमित रूप से लड़ाई करता था। आरोपी ऋषभ मेहता मंगलवार (24 सितंबर ) शाम को अपने लक्ष्मी गार्डन स्थित घर में अपने पिता सुशील मेहता और मां चंदर मेहता के साथ झगड़ा किया था।
आरोपी ने अपने भाई पर भी किया था हमला: मयंक ने बताया कि ऋषभ माता -पिता से झगड़ा करने के बाद पास के बाजार फल लेकर वापस घर आ गया। जब मयंक बाजार में था तो उसके चाचा का कॉल आया कि ऋषभ माता – पिता को चाकू मार रहा है। गुरुग्राम पुलिस अधिकारी सुभाष बोकन ने बताया कि जब मयंक घर पहुंचा तो ऋषभ अपने पिता सुशील मेहता को चाकू मार रहा था। उसने जब आरोपी को रोकने की कोशिश की तो आरोपी ने मयंक पर भी हमला कर दिया। जिसके कारण उसके हाथ पर चोट भी लगी है।
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पुलिस ने दर्ज किया मामला: मयंक अपने माता-पिता को पास के अस्पताल ले गया, जहां डॉक्टरों ने सुशील मेहता को मृत घोषित कर दिया। वहीं, चंद्रा मेहता को एम्स ट्रॉमा सेंटर रेफर कर दिया। उनके पेट, छाती और गर्दन पर कटने के कई निशान और घाव मिले हैं। बोकन ने कहा कि आरोपी अपराध करने के बाद मौके से फरार हो गया। उसके खिलाफ हत्या और हत्या करने के प्रयास के तहत मामला दर्ज कर लिया गया है।