अलीगढ़ जिले में रेलवे प्लेटफॉर्म से गायब हुई तीन साल की एक बच्ची को पुलिस ने संभल जिले के धनारी क्षेत्र के एक गांव से बरामद कर लिया है। हालांकि इसके पीछे की वजह चौंकाने वाली है। फिलहाल पुलिस ने अपहरण के आरोपी दंपति को गिरफ्तार कर लिया है। मामले में राजकीय रेलवे पुलिस (जीआरपी) के पुलिस अधीक्षक अभिषेक वर्मा ने मंगलवार को बताया कि पिछले शनिवार की रात बच्ची और उसके पिता करण प्रकाश नई दिल्ली जाने वाली ट्रेन का इंतज़ार करते हुए अलीगढ़ जंक्शन के प्लेटफॉर्म नंबर पांच पर सो रहे थे। पास में बैठे एक दंपति ने बच्ची को कुछ खाने का सामान दिया उसे लेकर मौके से भाग गए। उन्होंने बताया कि इस मामले में रविवार को प्राथमिकी दर्ज की गई थी। ट्रेन में 56 लड़कियों के हाथ पर लगी थी एक जैसी मुहर, अधिकारियों ने की जांच, चौंकाने वाला सच आया सामने, फूल गए सभी के हाथ-पांव
पति-पत्नी ने बताई वजह
दंपत्ति का कहना है कि बच्ची स्टेशन पर अकेले रो रही थी, उसके पास कोई नहीं था। हमने उसे चुप कराया, वह हमारे गोद में आते ही चुप हो गई। मामले में एसपी रेलवे के अनुसार महेश यादव का कहना है कि पांच साल पहले दरभंगा बिहार की रूपमणि से विवाह किया था। दो साल बाद एक बच्ची पैदा हुई लेकिन जन्म के बाद ही उसकी मौत हो गई। इसके बाद उनकी कोई संतान नहीं हुई। बच्चा न होने पर दोनों ने सोचा था कि वे किसी बच्चे को गोद लेंगे और उसे घर लाएंगे। महेशा दिल्ली में ठेला लगता है, पिछले दिनों वह अपनी पत्नी के साथ पैतृक गांव घूमने गया था। दिल्ली लौटने के लिए वे अलीगढ़ रेलवे स्टेशन पहुंच थे।
बच्ची कुछ ही पलों में उनके साथ घुल मिल गई, बच्ची महिला की गोद में जाते ही चुप हो गई, यहां तक की जब पुलिस आरोपियों से बच्ची को लेने लगे तो वह रोने लगी। उसने अपने असली माता-पिता को देखकर उनके पास जाने से मना कर दिया और रोने लगी। वह रुक्मिणी की गोद से चिपक गई और चुप हो गई। बच्ची बड़ी मुश्किल से अपनी मां उर्मिला, पिता करन प्रकाश व भाई सुमित के पास गई। महेश यादव ने पुलिस को बताया कि बच्ची को अकेला देखा तो उन्हें दया आ गई, वह पत्नी के पास जाते ही उसके गले लग गई और चुप हो गई। यह देख उसे लालच आ गई, उसने पत्नी से बात की तो वह भी मान गई औऱ फिर वे बच्ची को लेकर अपने घर चले गए, घरवालों को पूरी बात बताई तो उन्होंने बच्ची का स्वागत किया। कौन है 62 साल का प्रफुल लोढ़ा, अब तक चार से रेप का आरोप, बड़े नेताओं से संपर्क, वायरल तस्वीरें… पीड़िताओं को कैसे फंसाया?
जांच के दौरान 200 से ज़्यादा सीसीटीवी फुटेज खंगाले गए जिनके आधार पर आरोपियों की पहचान महेश यादव और उसकी पत्नी रूपमणि के रूप में हुई। दोनों को सोमवार को संभल जिले के धनारी क्षेत्र में एक गांव से गिरफ्तार कर लिया गया। वर्मा के मुताबिक पुलिस द्वारा पूछताछ के दौरान आरोपियों ने बताया कि वे निःसंतान होने के कारण बच्ची को गोद लेना चाहते थे।
पुलिस के अनुसार, दंपत्ति के बयान की जांच की जा रही है। यह पता लगाने की कोशिश हो रही है कि क्या इस अपराध के पीछे कोई संगठित गिरोह है या दंपति सच बोल रहे हैं। अलीगढ़ जंक्शन पर एक महीने में यह दूसरी ऐसी घटना है। इससे पहले विगत 19 जून को बिहार के एक मज़दूर की दो साल की बेटी का स्टेशन से अपहरण कर लिया गया था। बाद में तलाशी अभियान के बाद बच्ची को इटावा से बरामद किया गया।
