लखीमपुर तिकुनिया कांड के अहम गवाह और भारतीय किसान यूनियन के जिलाध्यक्ष दिलबाग सिंह पर मंगलवार रात जानलेवा हमला हुआ है। बीकेयू जिलाध्यक्ष दिलबाग सिंह अपनी कार से जा रहे थे, तभी उनकी कार पर बाइक सवार बदमाशों ने अंधाधुंध फायरिंग की और फिर भाग निकले। हालांकि, इस फायरिंग में दिलबाग सिंह को नुकसान नहीं पहुंचा। बता दें कि, इस मामले से जुड़े दो अन्य गवाहों पर भी हमला हो चुका है।
मिली जानकारी के मुताबिक, भारतीय किसान यूनियन के जिलाध्यक्ष दिलबाग सिंह अपनी कार से लखीमपुर से गोला की ओर जा रहे थे। रात में करीब 10 बजे जैसे ही उनकी गाड़ी अलीगंज के पास पहुंची, तभी अज्ञात हमलावरों ने कार पर ताबड़तोड़ फायरिंग कर दी। इस जानलेवा हमले में दिलबाग सिंह बाल-बाल बच गए। दिलबाग सिंह ने इस मामले में गोला थाने में मामला दर्ज कराया है, हालांकि उन्होंने किसी पर संदेह नही जताया है।
दिलबाग सिंह ने अपनी शिकायत में बताया है कि वह करीब 08:30 बजे अपने घर मूडा सवारन के लिए निकले थे। फिर बाद में वह अपने दो साथियों के साथ एक काम के सिलसिले में अलीगंज की तरफ गए थे। दिलबाग ने बताया कि अलीगंज से लौटते वक्त उन्होंने अपने दोनों साथियों को उनके गांव भदेड में उतार दिया। इसके बाद जैसे ही वह अपने घर रहीम नगर के लिए निकले कि रास्ते में मूडा सवारन के पास अज्ञात बदमाशों ने पीछे से उनकी गाड़ी पर हमला किया।
दिलबाग सिंह ने अपनी शिकायत में बताया है कि इस हमले में उनकी गाड़ी का पिछला पहिया पंचर हो गया, जिससे गाड़ी कुछ दूर जाकर रुक गई। ऐसे में वह बदमाश फिर से वापस आये और ड्राइवर की तरफ से गेट खोलने का प्रयास किया। जब वह इस काम में असफल रहे तो उन्होंने जान से मारने की नियत से उनकी तरफ दो फायर किये, जिसमें वह बाल-बाल बच गए।
ज्ञात हो कि, दिलबाग सिंह लखीमपुर तिकुनिया कांड के अहम गवाह हैं। भारतीय किसान यूनियन के जिलाध्यक्ष दिलबाग सिंह के पहले भी इस कांड से जुड़े दो अन्य गवाहों पर भी जानलेवा हमला हो चुका है। निघासन इलाके के कुल्हौरी गांव के रहने वाले किसान दिलजोत सिंह भी तिकुनिया कांड के गवाह हैं। उन पर भी बीते 10 मार्च की देर शाम कहासुनी के बाद हमला किया गया था, जिसमें उन्होंने दो नामजद सहित कई लोगों पर केस दर्ज किया था।
वहीं लखीमपुर कांड में दूसरे गवाह हरदीप सिंह पर भी हमला हुआ था। भुकसौरा के रहने वाले हरदीप सिंह बीते 10 अप्रैल की शाम 7 बजे अपने दोस्त के साथ गुरूद्वारे से लौट रहे थे। तभी उन पर हमला किया गया था, हरदीप ने आरोप लगाया था कि कुछ लोगों ने बंदूक की बट से उनके चेहरे वार किया था। इस घटना में हमलावर भाग गए थे, बाद में पुलिस ने दो नामजद लोगों के साथ तीन अन्य अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया था।