साल 1960 के हुए चुनाव के बाद जॉन एफ.केनेडी अमेरिका के 35वें राष्ट्रपति बने। उस वक्त 43 साल के जॉन एफ.केनेडी अमेरिका के युवा राष्ट्रपति की लिस्ट में सबसे ऊपर कहे गये। जॉन एफ. केनेडी अमेरिका के पहले रोमन कैथोलिक राष्ट्रपति भी थे। जॉन एफ. केनेडी का जन्म अमेरिका के एक धनी परिवार में हुआ था। दूसरे विश्व युद्ध के दौरान उन्होंने जहाजों के कमांडर के तौर पर दक्षि‍ण प्रशांत इलाके में अपनी सेवाएं दी थी। 1947 से 1953 तक वह मैसाचुसेट्स के 11वें जिले के प्रतिनिधि की भूमिका में रहे। इसके बाद उन्होंने अमेरिकी सीनेट में 1953-1960 तक काम किया।

22 नवंबर, 1963 को Texas के Dallas में जॉन एफ. केनेडी की बीच चौराहे पर गोली मारकर हत्या कर दी गई। इस हत्याकांड के बाद पूरे अमेरिका में हड़कंप मच गया। यह कहा गया कि Lee Harvey Oswald नाम के एक शख्स ने जॉन एफ. केनेडी की हत्या की है। Lee Harvey Oswald को पकड़ भी लिया गया लेकिन 2 दिन बाद ही उसकी भी हत्या हो गई। एफबीआई ने करीब 25,000 साक्षात्कार और हजारों जांच के बाद यह दावा किया कि अमेरिकी राष्ट्रपति की हत्या में Lee Harvey Oswald ही शामिल था। एफबीआई के मुताबिक Lee Harvey Oswald अकेला ही इस हत्याकांड में शामिल था।

रूस की खुफिया एजेंसी ने कराई हत्या?

हालांकि एफबीआई के इन दावों के बावजूद कई ऐसे रिपोर्ट्स हैं जिसमें अलग-अलग बातें कही गईं। केनेडी की हत्या को लेकर कुछ लोगों का मानना है कि इसके तार क्यूबा से जुड़े थे। ऐसा कहने वाले मानते हैं कि ली हार्वी ऑस्वाल्ड ने फिदेल कास्त्रो को खुश करने के लिए उनकी हत्या की थी। वहीं कुछ लोग कहते हैं कि केनेडी की हत्या रूस की खुफिया एजेंसी ने करवाई थी।

‘द बबुश्का लेडी’ ने की हत्या

यह भी कहा जाता है कि केनेडी की हत्या एक अनजान महिला की वजह से और उलझ गई, जो कि मर्डर के समय वहां नज़र आई थी। इसे ‘द बबुश्का लेडी’. कहते हैं। जब केनेडी को गोली लगी, तो उस समय महिला के हाथ में कैमरे की तरह दिखने वाला हथियार था। ‘द बबुश्का लेडी’ कौन थी यह कभी पता नहीं चल पाया। यह भी साफ नहीं हुआ कि उसके हाथ में कैमरा था हथियार।

बीबीसी की एक रिपोर्ट के अनुसार साल 2017 में अमेरिका के वर्तमान राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने पूर्व राष्ट्रपति जॉन एफ़ केनेडी की हत्या से जुड़ी 2800 गोपनीय फाइलें सार्वजनिक करने का आदेश दिया था। कहा जा रहा है कि इस घटना से जुड़ी गोपनीय फाइलें जारी होने के बाद इस हत्या की गुत्थी सुलझ सकेगी। वैसे डोनाल्ड ट्रंप ने सुरक्षा कारणों से कुछ अन्य फाइलों को जारी करने से इनकार कर दिया है। यह सभी दस्तावेज 50 लाख पेजों में हैं।