कर्नाटक के बेंगलुरु में एक शख्स ने अपने अपहरण का नाटक रचा और जिस फैक्ट्री में काम करता था उसके मालिक से दो लाख की फिरौती की मांग की। दरअसल, फैक्ट्री का मालिक उसे अपने बेटे की तरह मानता था। उसे पता था कि उसे छुड़ाने के लिए वे फिरौती की रकम देने के लिए तैयार हो जाएंगे और उसे किसी भी हाल में बचाने की कोशिश करेंगे। हालांकि उसकी यह चालाकी काम नहीं आई और वह पकड़ा गया। फिलहाल पुलिस ने उसे और उसके दो दोस्तों को गिरफ्तार कर लिया है।
रिपोर्ट के अनुसार, कथित रूप से अपने अपहरण का नाटक रचने और अपने मालिक से दो लाख रुपये की फिरौती की मांग करने को लेकर एक कर्मचारी और उसके दो दोस्तों को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस ने शुक्रवार को यह जानकारी दी। अधिकारी ने बताया कि जांच के दौरान पता चला कि नुरूल्लाह खान और उसके साथी जिला मुख्यालय शहर मंड्या में हैं। जहां से उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया। पुलिस के अनुसार, खान आसानी से पैसा बनाना चाहता था। इसलिए उसने अपने अपहरण का नाटक रचा और अपने मालिक से दो लाख रुपये की फिरौती मांगी। उसने अपनी इस साजिश को अमली-जामा पहनाने के लिए अपने दो दोस्तों की मदद ली।
पुलिस ने बताया कि खान पिछले पांच-छह साल से एक फैक्टरी मालिक के यहां काम रहा था। फैक्टरी मालिक उसे बेटे की तरह मानता था, लेकिन उसने पैसा बनाने के लिए उसे ही धोखा दे दिया। पुलिस के मुताबिक, अपनी योजना के तहत खान ने फैक्ट्री के मालिक को फोन किया और उसे बताया कि अज्ञात व्यक्तियों के एक समूह ने उसे कैब में अगवा कर लिया है एवं अब वे उससे फिरौती के तौर पर दो लाख रुपये मांग रहे हैं।
फिरौती देने के लिए तैयार हो गया कंपनी का मालिक
पुलिस के अनुसार, खान की सुरक्षा के डर से फैक्ट्री मालिक ने 27 सितंबर को आर टी नगर पुलिस से संपर्क किया। उसने पुलिस को खान का फोन आने की बात बताई। कंपनी के मालिक ने पुलिस से कहा कि वह फिरौती देने के लिए तैयार है, लेकिन वह चाहता है कि खान को सुरक्षित छोड़ दिया जाए। मामले में एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा कि कुछ ही घंटे बाद फैक्ट्री मालिक को खान ने फोन कर उसके खाते में फिरौती की राशि जमा करने को कहा। तभी पुलिस को उसके अपहरण को लेकर शक हुआ।
उन्होंने खान के फोन पर नजर रखनी शुरु की। जिसके बाद उसके ठिकाना का मंड्या में पता चला। पुलिस टीम ने उसी दिन खान को उसके दो साथियों के साथ पकड़ा। अधिकारी के अनुसार, पूछताछ के दौरान आरोपी ने पुलिस से कहा कि वह आसानी से पैसा बनाना चाहता था, इसलिए अपने ही मालिक को निशाना बनाया, क्योंकि उसे विश्वास था कि वह उसे सुरक्षित छुड़ाने के लिए कुछ भी करेंगे। पुलिस अधिकारी के मुताबिक, खान ने इस कारण ही अपने अपहरण की पूरी साजिश रची। फिरौती की रकम मिलने के बाद वह अपने दोस्तों के साथ बिहार भाग जाने की योजना बना रहा था।