दिल्ली के ईस्ट ऑफ कैलाश में एक बुजुर्ग दंपति की संदिग्ध परिस्थितियों में हुई मौत के मामले में पुलिस ने हत्या का मुकदमा दर्ज किया है। शनिवार को माउंट कैलाश अपार्टमेंट के 9वें फ्लोर पर स्थित एक फैल्ट से वीरेंद्र खनेजा (77) और सरला खनेजा (72) का सड़ती हुई लाश संदिग्ध परिस्थितियों में बरामद किया गया। शव की हालत को देखते हुए पुलिस ने बताया कि बुजुर्ग दंपति की मौत कुछ दिन पहले हुई है। जिस अपार्टमेंट में दंपति रहता था, वहां पर करीब 30 लोग रहते हैं, लेकिन बुजुर्ग को लेकर किसी ने भी ध्यान नहीं दिया। सरला और वीरेंद्र खनेजा ने दिल्ली पुलिस में बतौर सीनियर सिटीजन अपनी सुरक्षा के लिए रजिस्ट्रेशन भी कराया था।

बुजुर्ग दंपति के मृत पाए जाने की भनक तब लगी जब अमेरिका में रहने वाले उनके बेटे अमित खनेजा ने लगातार उन्हें फोन किए और उन्होंने कॉल रिसीव नहीं किया। अमित ने आखिरी बार 16 जनवरी को पिता के फोन पर बात की थी। इसके बाद 26 जनवरी की सुबह पिता और मां दोनों के फोन पर उसने एक दर्जन से ज्यादा कॉल किए। लेकिन, किसी ने फोन नहीं उठाया। इसके बाद अमित ने गुड़गांव में रहने वाले एक रिश्तेदार को इसकी सूचना दी। रिश्तेदारों ने पुलिस को फोन करके खबर दी। जिसके बाद पुलिस ने मृत हालत में दोनों का सड़ता हुआ शव बरामद किया।

पुलिस का कहना है, “शनिवार को साढ़े 10 बजे हमें सूचना मिली। फ्लैट का दरवाजा लॉक था। लॉक तोड़कर हम लोग भीतर दाखिल हुए तब बुजर्ग दंपति की लाश बेडरूम के फर्श पर पड़ी थी। प्राथमिक जांच में पाया गया कि कमरे में कोई बाहर से दाखिल नहीं हुआ। हालांकि, जांच जारी है।” पुलिस मामले में हत्या और आत्महत्या की आशंका को लेकर जांच कर रही है। एक पुलिस अधिकारी ने बताया, “महिला का हाथ बंधा हुआ था, लेकिन आदमी का हाथ-पांव खुले हुए थे। हमें मौके से किसी भी तरह के हथियार या जहरीला पदार्थ नहीं मिला। घर का मुख्य दरवाजे में ऑटो लॉक लगा हुआ था और दरवाजे को अंदर और बाहर दोनों तरफ से लॉक किया जा सता है।”

पुलिस के मुताबिक प्राइवेट सेक्टर रिटायर्ड वीरेंद्र खनेजा अपनी पत्नी के साथ अपार्टमेंट में रहते थे। उनके दो बेटे थे और दोनों अमेरिका में रहते थे। बाद में एक बेटा उनके साथ दिल्ली में रहने लगा। लेकिन, 2017 में उसकी मौत हो गई। जिसके बाद दोनों बुजुर्ग डिप्रेशन में चले गए। कुछ ही समय पहले अमेरिका में रहने वाले अपने दूसरे बेटे अमित के पास से लौटकर दिल्ली वापस आए थे।