प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने मंगलवार को दाऊद इब्राहिम से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में पूरी मुंबई में कई जगह छापेमारी की। इनमें से दाऊद इब्राहिम की बहन हसीना पारकर सहित कुछ अन्य सहयोगियों के ठिकाने भी शामिल थे।
ईडी अधिकारियों के मुताबिक दाऊद की दिवंगत बहन हसीना पारकर, इब्राहिम के भाई इकबाल कासकर और गैंगस्टर के छोटा शकील के के करीबी समेत करीब दस जगहों पर छापा मारा गया है। मुंबई में छापेमारी के लिए तैयार की गई ईडी की कई टीमों में से एक नागपाड़ा में हसीना पारकर के आवासीय परिसर पर सुबह छापेमारी करने पहुंची थी।
ईडी के मुताबिक, पारकर के घर पर सुबह पहुंची टीम ने शाम साढ़े तीन बजे तक करीब पांच घंटे तलाशी अभियान जारी रखा। अधिकारी ने कहा कि, पारकर के घर पर छापेमारी के दौरान एजेंसी ने हार्ड डिस्क सहित कुछ इलेक्ट्रॉनिक उपकरण और कई दस्तावेज जब्त किए गए हैं।
बता दें कि, बीते दिनों ही दाऊद इब्राहिम पर शिकंजा कसने का नया प्लान तैयार किया गया था; जिसमें जांच NIA को सौंप दी गई थी। वहीं, ईडी की यह छापेमारी भगोड़े गैंगस्टर और 1993 के मुंबई बम धमाकों के मास्टरमाइंड इब्राहिम के खिलाफ राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) द्वारा हाल ही में दायर की गई पहली एफआईआर के तहत की गई।
छापेमारी पर एक अधिकारी ने बताया कि दाऊद इब्राहिम की बहन व उसके सहयोगियों पर यह कार्रवाई मनी लॉन्ड्रिंग की धाराओं के तहत की गई। वहीं एजेंसी ने गैंगस्टर छोटा शकील के करीबी रिश्तेदार सलीम फ्रूट से भी दक्षिण मुंबई स्थित कार्यालय में कई घंटों तक पूछताछ की। अधिकारी ने कहा, “इस मामले में सलीम फ्रूट का बयान दर्ज किया गया और रात करीब साढ़े आठ बजे उसे ईडी कार्यालय से निकलने की अनुमति दे दी गई थी।”
दाऊद इब्राहिम से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में ईडी ने कथित तौर पर मुंबई अंडरवर्ल्ड से जुड़े एक और व्यक्ति से मंगलवार को पूछताछ की, लेकिन अधिकारी ने उसकी पहचान बताने से इनकार कर दिया। ज्ञात हो कि, 1993 के मुंबई सीरियल बम धमाकों से पहले दाऊद इब्राहिम और उसके सहयोगी देश छोड़कर भाग गए थे, इस धमाकों में 257 लोग मारे गए थे और 700 से ज्यादा लोग घायल हुए थे।
अधिकारियों ने कहा, ईडी मनी लॉन्ड्रिंग मामले में अंडरवर्ल्ड से जुड़े लोगों के मुंबई में कई ठिकानों पर छापेमारी कर रहा है। उन्होंने कहा कि कुछ अंडरवर्ल्ड भगोड़े और राजनेता भी हमारी जांच के दायरे में हैं। दाऊद इब्राहिम कई आतंकी संगठनों से जुड़ा रहा है और माना जाता है कि वह अपने हवाला नेटवर्क के जरिए नार्को-टेररिज्म में मदद कर रहा था।