असम में नाबालिग घरेलू सहायिका का कथित तौर पर यौन उत्पीड़न करने के आरोप में पुलिस ने अपने ही विभाग के एक डीएसपी को गिरफ्तार किया है। राज्य के डीजीपी ज्ञानेंद्र प्रताप सिंह ने रविवार को मीडिया को बताया कि डीएसपी गोलाघाट जिले के लाचित बोरफुकन पुलिस अकादमी में तैनात थे। उनके खिलाफ डेरगांव पुलिस स्टेशन में एक रिपोर्ट दर्ज की गई थी।

मामला डीजीपी तक पहुंचा तो एक्शन में आई पुलिस

नौकरानी डीएसपी के घर पर घरेलू काम करने जाती थी। अपने साथ डीएसपी के उत्पीड़न की पूरी जानकारी उसने घर वालों को दी। उनकी शिकायत पर मामला दर्ज किया गया। इसकी जानकारी डीजीपी तक पहुंची तब पुलिस एक्शन में आई और आरोपी डीएसपी को गिरफ्तार कर लिया गया। स्थानीय पुलिस मामले की जांच पड़ताल में जुटी हुई है।

पॉक्सो एक्ट के तहत भी दर्ज किया गया है केस

डीजीपी ने सोशल मीडिया एकाउंट एक्स पर पोस्ट किया, “एलबीपीए डेरगांव में तैनात एक डीएसपी किरन नाथ द्वारा नौकरानी के प्रति यौन दुर्व्यवहार के आरोपों का संदर्भ – आईपीसी की धारा 376, 506 और POCSO अधिनियम की धारा 6 के तहत मामला संख्या 42 डेरगांव पीएस, जिला गोलाघाट में दर्ज किया गया है।”

उन्होंने बताया कि मामले की जांच के दौरान सामने आए सबूतों के आधार पर डीएसपी को गिरफ्तार किया गया। डीजीपी ज्ञानेंद्र प्रताप सिंह ने कहा, “पुलिस कर्मियों के बीच यौन दुर्व्यवहार के प्रति जीरो टालरेंस पुलिस मुख्यालय की नीति की आधारशिला है।”

उधर, मध्य प्रदेश के बैतूल जिले में एक विवाहित महिला के साथ दो लोगों ने कथित तौर पर सामूहिक दुष्कर्म किया जिसके बाद पीड़िता ने कीटनाशक पी लिया। पुलिस अधिकारियों ने रविवार को यह जानकारी दी। उप संभागीय पुलिस अधिकारी (एसडीओपी) शालिनी परस्ते ने बताया कि घटना शनिवार को बोरदेही थाना क्षेत्र में हुई।

उन्होंने बताया कि दो आरोपियों में से एक को गिरफ्तार कर लिया गया है। अधिकारी ने बताया, ‘‘पीड़िता (38) शनिवार शाम को खेत से घर लौट रही थी, तभी उसके जानने वाले दो लोगों ने उसे अपने स्कूटर से छोड़ने की पेशकश की। आरोपी उसे सुनसान जगह पर ले गए और उसके साथ बलात्कार किया।’’