पूर्वी दिल्ली के वसुंधरा एन्क्लेव में एक सोसाइटी में रहने वाली दो बहनों को शुक्रवार को हाई वॉल्टेज ड्रामा के बाद गिरफ्तार किया गया। खबर है कि उन्होंने एक रिटायर्ड पुलिस अफसर को धमकाया, खुद को घंटों तक कमरे में बंद रखा और फिर अपनी कार को सोसाइटी के अंदर लापरवाही से चलाया, जिससे कई लोग घायल हो गए।

इस दौरान उन्होंने पार्किंग में खड़ी वाहनों को नुकसान पहुंचा। रेसिडेंसियल सोसाइटी में लगे सीसीटीवी कैमरों में कैद तस्वीरों में कार को पुलिसकर्मियों समेत कई लोगों को टक्कर मारते हुए देखा गया है।

अपनी कार का हॉर्न लगातार बजा रही थी दोनों

एनडीटीवी के अनुसार भव्या जैन और चारवी जैन, जिन्होंने एक महीने पहले अनेकांत अपार्टमेंट के सिक्योरिटी गार्ड पर कथित तौर पर हमला किया था, शुक्रवार देर रात अपनी कार का हॉर्न लगातार बजा रही थी। ऐसे में कॉम्प्लेक्स में रहने वाले 70 साल के रिटायर्ड पुलिस अधिकारी अशोक शर्मा ने उन्हें ऐसा करने से मना किया।

इस बात से वो तिलमिला गईं और उन्होंने शर्मा के फूलों के गमलों को तोड़ दिया। फिर वे दोनों उनके घर में घुस गईं और उन्हें चाकू दिखाकर धमकाया।

पार्किंग में खड़ी गाड़ियों को नुकसान पहुंचाया

ऐसे में घटना की सूचना पुलिस को दी गई। जब तक वे पहुंचे, दोनों बहनों ने खुद को घंटों तक अपने फ्लैट के अंदर बंद रखा। फिर वे बाहर आईं और अपनी कार में बैठकर पूरे सोसाइटी में रैश ड्राइविंग करने लगीं। इस दौरान उन्होंने पार्किंग में खड़ी गाड़ियों को नुकसान पहुंचाया और कई लोगों को घायल कर दिया।

उन्होंने पुलिस की एक वाहन को टक्कर मारी और रेसिडेंसियल सोसायटी के गेट पर लगे बैरियर को तोड़ दिया। इसके बाद पुलिस ने कार का पीछा करना शुरू कर दिया। बहनों ने सोसाइटी के बाहर सड़क पर खड़े एक स्कूटर सवार को भी टक्कर मारी। इस हादसे में सवार भाग गया। लेकिन बहनें अपनी कार में फंसे स्कूटर को काफी दूर तक घसीटती रहीं।

पुलिस ने दोनों को हिरासत में लिया

पुलिस ने आखिरकार उन्हें नोएडा सेक्टर 20 में रोक लिया और हिरासत में ले लिया। स्कूटर चालक जोगिंदर ने बताया कि वो अपने स्कूटर के साथ अपार्टमेंट परिसर के बाहर खड़ा था, तभी तेज रफ्तार से आ रही एक कार ने, जिसमें दोनों बहनें सवार थीं, उनके स्कूटर को टक्कर मार दी और उसे घसीटते हुए ले गई।

सीसीटीवी फुटेज में कुछ लोग कार के पीछे लाठी लेकर दौड़ते हुए दिखाई दे रहे हैं। जानकारी अनुसार भव्या 23 साल की है और चारवी 21 साल की है। वे ग्रेजुएट हैं, लेकिन काम नहीं करती हैं। वे अपनी मां के साथ रहती हैं, जो कैंसर से पीड़ित हैं और पास के धर्मशिला नारायण अस्पताल में उनका इलाज चल रहा है।

उनके पिता नीरज जैन एक प्रिंटिंग प्रेस चलाते हैं और पहाड़गंज में रहते हैं। इस घटना से पहले, सितंबर में, बहनों पर बंधक बनाने और मारपीट करने का आरोप लगाया गया था। उन्होंने सोसाइटी में काम करने वाले एक सिक्योरिटी गार्ड की कथित तौर पर पिटाई की थी।