दिल्ली स्थित अमेरिकी दूतावास के साइनबोर्ड पर पोस्टर लगाने के साथ तोड़फोड़ की घटना शुक्रवार को सामने आई थी। इसमें अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन के खिलाफ एक पोस्टर लगा हुआ था। जिसमें लिखा गया था कि अमेरिका भारत को धमकाना करे। अब इस मामले में अधिकारियों ने जानकारी दी कि एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया है। इस पूरी घटना की जिम्मेदारी हिंदू सेना ने जिम्मेदारी ली है।

नई दिल्ली डीसीपी अमृता गुगुलोथ ने कहा कि हमें घटना के बारे में शुक्रवार रात को जानकारी मिली। इस मामले में आरोपी पवन कुमार को गिरफ्तार कर लिया गया है। आरोपी ने खुलासा किया है कि वह घटना के दिन विष्णु गुप्ता (हिंदू सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष) के साथ अमेरिकी दूतावास के पास पहुंचा था। फिर गुप्ता के निर्देश पर उन्होंने साइनबोर्ड पर एक पोस्टर चिपकाया, जबकि गुप्ता ने इसे सोशल मीडिया पर डाल दिया।

डीसीपी अमृता गुगुलोथ ने बताया कि, इस मामले में दिल्ली प्रिवेंशन ऑफ डिफेक्शन ऑफ प्रॉपर्टी एक्ट, 2007 की धाराओं के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई है। इस पोस्टर में लिखा गया था कि गैर-भरोसेमंद बाइडन प्रशासन, भारत को धमकाना बंद करो क्योंकि हमें आपकी जरूरत नहीं है। अमेरिका को चीन के खिलाफ भारत की आवश्यकता है। हमें अपने अनुशासित और बहादुर भारतीय सशस्त्र बलों पर गर्व है। जय जवान। जय भारत।

डीसीपी नई दिल्ली ने कहा कि शुक्रवार को, रात करीब 10 बजकर 15 मिनट पर इस बारे में सूचना (साइनबोर्ड पर पोस्टर लगाने की) मिली। हमारा पुलिस दल मौके पर पहुंचा और कथित पोस्टर साइनबोर्ड पर लगा मिला। पोस्टर को तत्काल हटाया गया था। वहीं, हिंदू सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष विष्णु गुप्ता ने शुक्रवार को एक बयान जारी कर दावा किया कि उनके संगठन के सदस्यों ने ”अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन प्रशासन द्वारा लगातार भारत को धमकाने” के खिलाफ विरोध दर्ज कराया है।

हिंदू सेना की तरफ से गुप्ता ने यह भी कहा कि भारत को ऐसे देश से इतिहास के सबक की जरूरत नहीं है, जिसने यूनाईटेड नेशंस की मंजूरी के बिना यूगोस्लाविया और इराक पर आक्रमण किया। फिर अमेरिकी साम्राज्यवाद के आगे घुटने नहीं टेकने के लिए कम से कम एक दर्जन देशों को नष्ट कर दिया।