साथी पहलवान सागर धनखड़ की हत्या के आरोपी सुशील कुमार को दिल्ली की मंडोली जेल से तिहाड़ शिफ्ट कर दिया गया है। इस दौरान दिल्ली पुलिस के जवानों ने सुशील कुमार के साथ फोटो सेशन करवाया था। फोटो में कुछ पुलिसकर्मी वर्दी में भी नजर आ रहे थे। तस्वीरें वायरल होने के बाद दिल्ली पुलिस ने इसे गंभीरता से लिया और आंतरिक जांच भी शुरू कर दी है। जांच की रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।

हिंदुस्तान टाइम्स के मुताबिक, रिपोर्ट के बाद दिल्ली पुलिस के जवानों का सस्पेंशन भी हो सकता है। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया, आमतौर पर विचाराधीन कैदियों के मामले में जिन्हें उच्च जोखिम वाला माना जाता है, तीसरी बटालियन के कर्मियों की एक समर्पित टीम प्रक्रिया की वीडियोग्राफी करती है और इसका उपयोग शैक्षणिक उद्देश्यों के लिए भी किया जाता है। इस वीडियोग्राफी के लिए अन्य कर्मियों को तैनात किया गया था।

वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने ट्विटर पर की निंदा: उन्होंने आगे बताया, वीडियोग्राफी के लिए टीम के मौजूद होने के बावजूद कुछ पुलिसकर्मी इस दौरान अपने पर्सनल फोन से भी तस्वीरें क्लिक करवाते हुए नजर आए और कुछ तो सेल्फी ले रहे थे। ये पेशेवर व्यवहार बिल्कुल नहीं हो सकता। इसके लिए पुलिस विभाग अपनी जांच कर रहा है। कई वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों ने भी इसकी कड़ी निंदा की है। साल 1988 बैच के IPS अधिकारी आरके विज ने इस तस्वीर को शेयर करते हुए लिखा, ‘अच्छा नहीं लगा, यह सब देखकर।’

बता दें, सुशील कुमार पर आरोप है कि उसने संपत्ति विवाद के कारण दिल्ली के छत्रसाल स्टेडियम में अपने साथी पहलवान सागर धनखड़ के साथ मारपीट की थी। इसमें उसकी मौत हो गई थी।

सागर की हत्या का मुख्य आरोपी सुशील कुमार को बनाया गया था, जिसके बाद वह फरार हो गया था और दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच की टीम ने उसे गिरफ्तार किया था। बाद में उसे मंडोली जेल भेज दिया गया था।