दिल्ली पुलिस के एक इंस्पेक्टर ने लाजपत नगर के स्टेशन हाउस ऑफिसर (SHO) के खिलाफ ड्यूटी के दौरान उन्हें “अनुपस्थित” बताने, फोन पर गालियां देने और पुलिस स्टेशन में अपनी शक्तियों का दुरुपयोग करने की शिकायत दर्ज कराई है। इंस्पेक्टर रणबीर सिंह ने कहा कि SHO सत्य प्रकाश के कुछ कॉल मिस करने के बाद उन्हें पूरे दिन के लिए ड्यूटी से अनुपस्थित बता दिया गया। जबकि मामले में एक सामान्य डायरी प्रविष्टि दर्ज की गई है।
वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों ने कहा- लाजपत नगर SHO के खिलाफ होगी जांच
वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों ने कहा कि लाजपत नगर थाना के एसएचओ सत्य प्रकाश के खिलाफ जांच की जाएगी। इंस्पेक्टर रणबीर सिंह के अनुसार, शनिवार को वह ड्यूटी पर थे और साकेत कोर्ट में दो अदालती मामलों में उपस्थित थे। इसके बावजूद उन्हें अनुपस्थित घोषित कर दिया गया था। सिंह ने कहा कि अदालत की सुनवाई से पहले वह सुबह करीब साढ़े नौ बजे लाजपत नगर पुलिस स्टेशन में शौचालय गए थे। जब वह बाहर आए तो देखा कि उन्होंने SHO और अन्य ड्यूटी अधिकारी की दो कॉल मिस कर दी थीं। सभी कॉल सुबह 9.34 से 9.42 बजे के आसपास की गईं।
पुलिस स्टेशन में मौजूदगी के बावजूद बताया गैर-हाजिर, इंस्पेक्टर ने की शिकायत
इंस्पेक्टर रणबीर सिंह ने अपने शिकायती पत्र में कहा, “मैंने तुरंत SHO सर को वापस फोन लगाया। वह फोन पर मेरे साथ ऊंची आवाज में बात करने लगे और बदतमीजी करने लगे। उन्होंने कहा कि मैंने जानबूझ कर उनका फोन नहीं उठाया। मैंने SHO को वास्तविक कारण बताया… मैं अदालत के लिए तैयार होने के लिए शौचालय गया था। उसके बाद, मैंने एएसआई दुष्यंत को फोन किया…(जिन्होंने) मुझे बताया कि उन्होंने SHO सर के आदेश पर मुझे अनुपस्थित घोषित कर दिया है। मैंने उसे बताया कि मैं पुलिस स्टेशन में मौजूद हूं और वॉशरूम चला गया था। वे मेरी अनुपस्थिति को कैसे चिह्नित कर सकते हैं?”
‘वह बॉस है… पुलिस स्टेशन का मालिक है, इसलिए वह कुछ भी कर सकता है’
इंस्पेक्टर सिंह ने कहा कि वह फिर ड्यूटी अधिकारी के कमरे में गए और पाया कि SHO “गुस्से में” थे और उन्हें अनुपस्थित चिन्हित कर दिया था। उन्होंने कहा कि इसके बाद उन्होंने SHO को फोन किया, लेकिन अधिकारी ने उनका फोन नहीं उठाया। सिंह ने डायरी प्रविष्टि में लिखा है, “मैं अदालत कक्ष में SHO से मिला और अनुपस्थित रहने (मुझे चिह्नित करने) का कारण पूछा। उसने मुझसे कहा कि वह बॉस है… पुलिस स्टेशन का मालिक है। इसलिए वह कुछ भी कर सकता है। SHO/इंस्पेक्टर सत्य प्रकाश आक्रामक और निराश हो गए हैं।”
SHO पर कदाचार, दुर्व्यवहार और अपने सहयोगियों के प्रति गैर-पेशेवर होने का आरोप
इंस्पेक्टर सिंह ने SHO सत्य प्रकाश पर कदाचार, दुर्व्यवहार और अपने सहयोगियों के प्रति गैर-पेशेवर होने का भी आरोप लगाया। सत्य प्रकाश ने शिकायत के बारे में जानने के लिए किए गए कॉल और टेक्स्ट मैसेज का जवाब नहीं दिया। इस बीच, पता चला है कि सत्य प्रकाश के खिलाफ यह पहली शिकायत नहीं है। इसी साल जुलाई में SHO सत्य प्रकाश द्वारा एक गेस्ट हाउस मालिक को थप्पड़ मारते हुए एक वीडियो वायरल हुआ था।
गेस्ट हाउस मालिक से जबरन वसूली की कोशिश, थप्पड़ मारने और गाली देने की शिकायत
थप्पड़कांड मामले में शिकायत करने वाले ने आरोप लगाया कि उसके गोस्ट हाउस में मेहमानों में झगड़ा हो गया था और उसे लाजपत नगर पुलिस स्टेशन बुलाया गया।वहां एसएचओ सत्य प्रकाश और उसके कर्मचारियों ने उससे गैरकानूनी तरीके से पैसे वसूलने की कोशिश की। गेस्ट हाउस मालिक ने कहा कि जब उन्होंने बताया कि उसके पास नकदी नहीं है तो सत्य प्रकाश ने उन्हें थप्पड़ मारा और गंदे शब्दों का इस्तेमाल किया।