दिल्ली पुलिस के 3 जवान कॉल सेंटर लूटने पहुंच गए। इनके साथ 5 अन्य बदमाश भी थे जो इस लूटपाट को अंजाम देने के लिए वसंत कुंज इलाके के एक कॉल सेंटर में पहुंचे थे। पुलिस खुद ही लुटेरा बनकर लूटपाट मचाने पहुंची थी लिहाजा शुरू में तो इनपर किसी को शक नहीं हुआ लेकिन जल्दी ही इनका पर्दाफाश हो गया।
तमंचा तान बोले-रेड पड़ी है: बताया जा रहा है कि कॉल सेंटर में पहुंचने के बाद तीन पुलिसवाले और इनके साथ आया एक बदमाश कॉल सेंटर के अंदर गए जबकि 4 अन्य लोग कॉल सेंटर के बाहर खड़े थे। अंदर आने के बाद इन पुलिसवालों ने कॉल सेंटर के मालिक से कहा कि यहां रेड पड़ी है और सभी स्टाफ अपने लैपटॉप, मोबाइल तथा कैश एक जगह पर रख दें। कॉल सेंटर के मालिक ने जब इनसे आई कार्ड मांगा तो वो नाराज हो गए। कहा जा रहा है कि इन्होंने कॉल सेंटर मालिक और एक अन्य स्टाफ को थप्पड़ भी मारा। इन पुलिसवालों ने कॉल सेंटर के मालिक पर तमंचा तान दिया।
पुलिस से भिड़ गए स्टाफ: पुलिस ने इस मामले की जानकारी देते हुए बताया कि जब कॉल सेंटर के मालिक ने 100 नंबर पर फोन करने की कोशिश की तो तीनों पुलिसवाले उनपर भड़क गए। इसके बाद कॉल सेंटर के मालिक नवीन शेहरावत को उनपर शक हो गया। शक होते ही कॉल सेंटर में मौजूद स्टाफ पुलिस से भिड़ गए। बहादुरी दिखाते हुए इन कर्मचारियों ने मेन गेट को अंदर से बंद कर दिया और तीनों सिपाहियों तथा उनके एक साथी को दबोच लिया। हालांकि इस दौरान उनके साथ आए अन्य 4 बदमाश भाग गए।
दिल्ली पुलिस के सिपाही निकले लुटेरे: पुलिस के मुताबिक यह घटना बीते 8 अगस्त की देर रात की है। फर्जी रेड डाल कर लूटपाट करने की कोशिश करने वाले तीन लोगों की पहचान दिल्ली पुलिस के सिपाही मनु कुमार, अमित और संदीप के तौर पर हुई है। संदीप स्पेशल सेल में है जबकि मनु और अमित साउथ दिल्ली के मालवीय नगर थाने में तैनात हैं। इन तीनों सिपाहियों को फिलहाल सस्पेंड कर दिया गया है औऱ इनके खिलाफ विभागीय जांच के आदेश भी दिये गये हैं।
सभी आरोपी पहुंच गए तिहाड़: पुलिस ने बताया है कि तीनों सिपाहियों को पकड़ने के बाद बाकी अन्य आरोपियों को भी पकड़ लिया गया है। सभी आरोपियों को तिहाड़ जेल भेज दिया गया है। इनके पास से लूट के माल भी बरामद किये गये हैं। सभी के आपराधिक इतिहास भी खंगाले जा रहे हैं।