महिला IAS अफसर ने दफ्तर में अपने साथ होने वाले दुर्व्यवहार पर खुलकर अपनी बात रखी है। इस महिला आईएएस अफसर ने अपनी ट्विटर पर साझा की है। दरअसल एक महिला ने म्यूनसिपल कॉरपोरेशन ऑफ दिल्ली की कमिश्नर और आईएएस अधिकारी वर्षा जोशी वर्षा जोशी को ट्वीट किया था और उन्हें बताया था कि अक्सर जिस रास्ते से वो गुजरती हैं वहां कुछ लोग बैठे रहते हैं और महिलाओं से छेड़छाड़ करते हैं।
इस महिला ने अपनी शिकायत में आईएएस अधिकारी वर्षा जोशी से कहा था कि ‘एक महिला के लिए उन रास्तों या गलियों से गुजरना काफी मुश्किल है जहां लोग बैठ कर हुक्का पीते हैं और दिन भार कार्ड खेलते हैं। पहले भी इस मुद्दे को उठाया था लेकिन अब तक कोई एक्शन नहीं लिया गया। कृप्या कर इसपर तुरंत कार्रवाई करें।’
महिला की इसी ट्वीट पर जवाब देते हुए वर्षा जोशी ने लिखा कि ‘ वास्तव में पुलिस को इस मामले में देखना चाहिए। नॉर्थ इंडिया में महिलाओं के लिए यह बहुत बड़ी चुनौती है जिसका सामना हो 24/7 करती हैं। मैं इसका सामना अपने ऑफिस चैंबर में करती हूं। पुरूष दुर्वव्यवहार और मेरी निजता का उल्लंघन करते हैं और यह कभी नहीं समझते की वो क्या कर रहे हैं। इसका उपाय क्या हैं…?

1995 बैच की आइएएस वर्षा जोशी दिसंबर 2018 से उत्तरी दिल्ली निगम की आयुक्त हैं। वह उत्तरी दिल्ली निगम में पहली महिला आयुक्त भी हैं। नॉर्थ एमसीडी में विपक्ष के नेता सुरजीत पवार ने अब इस मामले पर कहा कि ‘यह बहुत ही चौंकाने वाला है कि एक आईएएस ऑफिसर भी महफूज नहीं हैं। दिल्ली पुलिस को उन्हें सुरक्षा देनी चाहिए। दफ्तर में सीसीटीवी कैमरे भी लगाए जाने चाहिए ताकि गलत व्यवहार करने वालों की पहचान की जा सके।
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इस पूरे मामले पर ‘India Today’ से बातचीत करते हुए नॉर्थ एमसीडी स्टैंडिंग कमेटी के अध्यक्ष जयप्रकाश ने कहा कि ‘मैं यह जानने का प्रत्यन करूंगा कि आखिर कमिशनर को यह ट्विट करने की जरुरत क्यों पड़ी…मैं भरोसा दिलाता हूं कि सभी के प्रयासों से एमसीडी कार्यालय महिलाओं के लिए सुरक्षित होगा।’ (और…CRIME NEWS)

