Acid Attack On School Girl In Delhi: राजधानी दिल्ली के द्वारका इलाके में बुधवार को दिनदहाड़े स्कूल जा रही छात्रा पर तेजाब फेंकने की घटना पर दिल्ली सरकार पर सवाल उठने शुरू हो गए हैं। हालांकि डीसीपी द्वारका एम हर्षवर्धन (DCP Dwarka M. Harshvardhan) ने बताया कि दिल्ली पुलिस ने देर शाम घटना में शामिल तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। उनसे पता चला है कि तेजाब खरीदने के लिए Flipkart का इस्तेमाल किया गया। इससे पहले राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग (NCPCR) का कहना है कि तेजाब बेचने पर सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) का प्रतिबंध है। ऐसे में दिल्ली के अंदर तेजाब लेकर कोई जा रहा है तो यह राज्य सरकार की जिम्मेदारी है कि वह पता लगाए कि उसे तेजाब कहां से मिला।

CM अरविंद केजरीवाल बोले, “दिल्ली में हर बेटी की सुरक्षा हमारे लिए महत्त्वपूर्ण”

घटना के बाद दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) ने ट्वीट करके कहा था, “ये बिल्कुल बर्दाश्त नहीं किया जा सकता। अपराधियों की इतनी हिम्मत आख़िर हो कैसे गई? अपराधियों को सख़्त से सख़्त सज़ा मिलनी चाहिए। दिल्ली में हर बेटी की सुरक्षा हमारे लिए महत्त्वपूर्ण है।”

NCPCR के अध्यक्ष ने कहा कि गलती राज्य सरकार की है

राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग के अध्यक्ष प्रियांक कानूनगो (Priyank Kanoongo) ने बुधवार को कहा कि अगर तेजाब दिल्ली से लाया गया तो दोष दिल्ली सरकार का है। उन्होंने कहा, “एसिड बिक्री पर प्रतिबंध को लागू करना राज्य सरकार की जिम्मेदारी है। सुप्रीम कोर्ट ने तेजाब की बिक्री पर रोक लगा दी है। यह राज्य सरकारों और राज्य एजेंसियों पर है कि वे यह सुनिश्चित करें कि प्रतिबंध लागू हो।”

उपराज्यपाल ने दिल्ली पुलिस कमिश्नर से मांगी रिपोर्ट

उधर, घटना के बाद दिल्ली के उपराज्यपाल (Delhi Lieutenant Governor) विनय कुमार सक्सेना (Vinai Kumar Saxena) ने मामले को लेकर दिल्ली पुलिस आयुक्त (Delhi Police Commissioner) से पूरी रिपोर्ट तलब की है। राजभवन ने ट्वीट किया, “उपराज्यपाल ने आज द्वारका मोड़ पर हुई तेजाब हमले की दुर्भाग्यपूर्ण घटना के बारे में पुलिस आयुक्त से बात की और घटना को लेकर विस्तृत रिपोर्ट मांगी। इस रिपोर्ट में यह भी बताने के लिए कहा गया है कि शहर में बिक्री पर प्रतिबंध के बावजूद तेजाब कैसे खरीदा गया।”

राजभवन ने डॉक्टरों से पीड़िता को बेहतर इलाज मुहैया कराने को कहा

राजभवन ने लिखा, “उपराज्यपाल ने त्वरित और गहन जांच के निर्देश दिए हैं ताकि दोषियों के लिए सख्त से सख्त सजा सुनिश्चित की जा सके। उपराज्यपाल अस्पताल के अधिकारियों के भी संपर्क में हैं और उनसे लड़की का बेहतर इलाज सुनिश्चित करने का आग्रह किया है। उन्होंने पीड़ित और उसके परिवार को हर संभव सहायता का आश्वासन भी दिया है।”