हमने देश के कई सोना तस्करों के बारे में किस्से सुने हैं, इनमें सुकुर नारायण बखिया और हाजी मस्तान का नाम बहुत चर्चित रहा। इन सबके अलावा लल्लू जोगी पटेल का नाम भी है जो कभी स्वतंत्रता सेनानी रहा और फिर कुख्यात सोना तस्कर बना। बखिया बंधु और हाजी मस्तान के साथ काम करने वाला लल्लू जोगी एक समय दाऊद इब्राहिम का भी सरपरस्त हुआ करता था।
पुर्तगाली शासन से दमन को आजाद कराने के लिए चलाए गए स्वतंत्रता आंदोलन में लल्लू जोगी पटेल ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। फिर 70 के दशक में उसने सोना तस्करी के लिए कुख्यात बखिया बंधुओं का गैंग ज्वाइन कर लिया। बखिया बंधु का गुजरात के समुद्री तट पर सोने की तस्करी का विशाल नेटवर्क था। यह वही बखिया बंधु थे जिनके साथ मुंबई अंडरवर्ल्ड के डॉन हाजी मस्तान की दोस्ती थी।
मुंबई के समुद्री तट पर जहां हाजी मस्तान और युसूफ पटेल सोने की तस्करी को अंजाम देते थे, वहीं लल्लू जोगी पटेल दमन बंदरगाह के इलाकों में अवैध गतिविधियों को अंजाम देता था। समुद्री इलाकों में सोने की तस्करी काफी पहले से होती रही लेकिन साल 1975 से लेकर 1990 के बीच यह कारोबार खूब फला-फूला।
कस्टम डिपार्टमेंट और पुलिस के नकेल कसने के बावजूद समुद्री तट के इलाके अलग-अलग तस्करों ने बांट रखे थे। वहीं, लल्लू जोगी पटेल ने तस्करी से कमाए पैसों को दमन की संपत्तियों में खूब निवेश किया और बड़ा साम्राज्य स्थापित किया। बताते हैं कि जब दाऊद पनप रहा था तो वह लल्लू जोगी की ही सरपरस्ती में अपने भाई साबिर के साथ दमन से मुंबई के बीच तस्करी करता था।
दमन के इलाकों में कई सालों तक सोने की तस्करी में कुख्यात रहे जब पतन शुरू हुआ तो वह संभल नहीं पाया। पहले लल्लू जोगी का तस्करी से नाता टूटा फिर वह कई बीमारियों की चपेट में आ गया। इसके बाद साल 2007 में जोगी के बड़े बेटे दिलीप ने अवसाद के चलते आत्महत्या कर ली थी। बड़े बेटे की मौत के बाद जोगी का दूसरा बेटा संदीप, जो कि अमेरिका में सॉफ्टवेयर इंजीनियर था; वह भारत वापस लौट आया।
इसी बीच लल्लू जोगी पटेल ने 70 के दशक में दमन के तट पर तस्करी का माल उतारने के लिए इस्तेमाल में आने वाली करीब 200 एकड़ जमीन बेंच दी थी। इसी जमीन से मिले पैसों से संदीप, दमन में ही बिजनेस करना चाहता था लेकिन 2011 में पैसों को लेकर हुई अनबन के चलते संदीप ने अपनी मां चंपा बेन की हत्या कर दी थी। इस केस में संदीप को जेल भेज दिया गया था।
वहीं जब संदीप 2013 में जमानत पर बाहर आया तो कुछ महीनों बाद वह भी एक होटल में मृत पाया गया। संदीप की पत्नी व एक बेटा पहले ही उससे अलग रहते थे। अपने अंतिम समय में लल्लू जोगी अपनी बेटी कुंदन और उसके पति हंसमुख के पास रहा और कई सालों तक बीमारी की वजह से बिस्तर पर पड़ा रहा। फिर 89 साल की उम्र में मई, 2019 को मुंबई के लीलावती अस्पताल में उसका निधन हो गया।