फिल्म ‘जय गंगाजल’ अगर आपने देखी होगी तो उसमें अभिनेत्री प्रियंका चोपड़ा ने एक तेज तर्रार और निर्भीक पुलिस अफसर का किरदार निभाया है। बता दें कि यह किरदार आईपीएस ईशा पंत पर फिल्माया गया है। ईशा पंत बेहद निडर और ईमानदारी के साथ अपना काम करने के लिए जानी जाती है। 23 जून 1984 को जन्मी ईशा के पिता भगवत पंत BHEL में इंजीनियर थे।

UPSC में ऑल इंडिया 191 रैंक: ईशा अपने पिता की चारों बेटियों में से सबसे छोटी हैं। बचपन से ही शरारती ईशा पंत ने शुरुआत से ही पुलिस सेवा में जाने का मन नहीं बनाया था। लेकिन अपनी बहन द्वारा प्रेरित किये जाने के बाद उन्होंने पुलिस सेवा में जाने का फैसला किया। कड़ी मेहनत और अपनी लगन के बदौलत ईशा ने 2011 में UPSC में ऑल इंडिया 191 रैंक हासिल की। इसके बाद उन्होंने सरदार वल्लभ भाई पटेल नेशनल पुलिस एकेडमी से ट्रेनिंग ली। ईशा पंत को मध्यप्रदेश कैडर मिला और SSP के रूप में उन्हें जबलपुर ड्यूटी के लिए भेजा गया।

जब दफ्तर जा पहुंचे प्रकाश झा: 2012 में बेस्ट ऑल अराउंड इंडियन पुलिस सर्विस प्रोबेशन का अवार्ड पा चुकी ईशा पंत ने अपने काम को लेकर काफी सुर्खियां बटोरी। उनके कारनामों की हनक बॉलीवुड तक पहुंची और फिल्म प्रोड्यूसर प्रकाश झा काफी प्रभावित हुए। उन्होंने अपनी फिल्म जय गंगाजल में उन्हें एक सशक्त पुलिस ऑफिसर के रूप में दिखाने का फैसला किया। इसको लेकर वह ईशा के दफ्तर जा पहुंचे और उनके साथ करीब 4 घंटे बिताए।

वैसे कहा जाता है कि, ईमानदारी से काम करने वालों को तबादलों की सौगात भी खूब मिलती है। ईशा पंत के साथ भी ऐसा हुआ। बेंगलुरू दक्षिण पूर्व में DCP का पद संभालने के दौरान ईशा को 26 फरवरी 2020 में 4 दिन के भीतर ही 2 तबादले झेलने पड़े। पहले उन्हें सीआईडी SP पद संभालना था। हालांकि राज्य सरकार ने 29 फरवरी की सुबह एक आदेश जारी कर एसपी, सीआईडी ​​के रूप में उनकी पोस्टिंग को रद्द कर दिया और डीसीपी, दक्षिण के तौर पर उनका कार्यभार जारी रखा।