उत्तर प्रदेश के बहराइच जिले में नेपाल सीमा से सटे रूपईडीहा इलाके में केंद्र सरकार की निर्यात प्रोत्साहन योजना का दुरूपयोग करके कर चोरी के प्रयास का एक अनोखा मामला प्रकाश में आया है। अधिकारियों ने शनिवार को यह जानकारी दी। इस संबंध में सीमाशुल्क विभाग ने शुक्रवार (5 जुलाई) को अवैध रूप से नेपाल निर्यात की जा रही करीब साढ़े नौ लाख कीमत की रबर स्ट्रिप और एक वाहन जब्त किया है। इस सामान का प्रयोग टायरों में किया जाता है।
नहीं बता सके माल कम होने का कारणः लैंड कस्टम स्टेशन अधीक्षक प्रमोद कुमार मिश्र ने बताया कि शुक्रवार को हिमाचल प्रदेश के सोलन की एक निर्यातक फर्म यूनीपैक रबर लिमिटेड के एजेंट हसीब अहमद ने नेपाल भेजी जा रही रबर स्ट्रिप के 1160 नग भेजने से संबंधित सीमाशुल्क के भुगतान के लिए दस्तावेज पेश किए। ड्यूटी पर तैनात सीमाशुल्क निरीक्षक प्रदीप तिवारी व अन्य को शक हुआ तो उन्होंने माल की गिनती शुरू कर दी। इस पर आश्चर्यजनक रूप से उन्हें 560 नग ही रबर स्ट्रिप ही प्राप्त हुईं। अहमद माल कम होने का कोई कारण नहीं बता सके।
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कम माल भेजकर कागजात में बताई ज्यादा मात्राः मिश्र ने बताया कि भारत सरकार की निर्यात प्रोत्साहन योजना का अनुचित फायदा उठाने की नियत से कम माल भेजकर कागजात में उसकी मात्रा ज्यादा बताने का काम किया गया है। उन्होंने बताया कि सीमाशुल्क अधिनियम 1962 की विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज कर करीब साढ़े नौ लाख कीमत की 560 रबर स्ट्रिप और उन्हें ले जा रहे ट्रक को जब्त कर लिया गया है। विभाग के अधिकारियों ने मामले की विवेचना शुरू कर दी है। पता लगाने की कोशिश की जा रही है कि इस तरह की घटनाएं पहले भी तो नहीं हुई थीं।
निर्यात प्रोत्साहन योजनाः भारत में निर्यात प्रोत्साहन योजना के तहत सरकार द्वारा देश एवं उत्पाद के आधार पर विभिन्न दरों के आधार पर शुल्क में लाभ मुहैया कराया जाता है। इस योजना के तहत निर्यात किए जाने वाले समान के मूल्य के एक हिस्से के बराबर ‘शुल्क जमा पर्ची’ दी जाती है।

